शहर की नारी शक्ति ने उठाई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
डॉ. श्रुति जैन .उज्जैन।कोरोना महामारी के इस दौर में जब अपने ही अपनों का साथ छोड़ रहे हैं, तब ऐसे घरों में नि:शुल्क भोजन पहुंचाने की जिम्मेदरी उठाई है, समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी जैन समाज की डॉॅ. अल्पना बाकलीवाल और अंजू गंगवाल ने। अल्पना बताती हैं कि यह सेवा शुरू करने का आईडिया उन्हें बेटे से मिला जो मुंबई में डॉक्टर है और कोविड पेशेंट्स का इलाज कर रहा है।
जब उसने बताया कि मम्मी सबसे ज्यादा प्रॉब्लम खाने की आ रही है तभी मैंने निश्चय कर लिया की कोविड पेशेंट को शुद्ध, सात्विक और पौष्टिक भोजन घर पर ही उपलब्ध कराएंगे। मैंने अपनी दोस्त अंजू गंगवाल से इस विषय में बात की तो वह भी तैयार हो गई और फिर दोनों ने शुरू किया नि:शुल्क भोजन सेवा प्रकल्प। शुरुआत 50 टिफिन से की जो 300 तक पहुंच गए हैं।
भोजन पूरी तरह से शुद्ध सात्विक और जैन होता है साथ ही भोजन में दाल,चावल रोटी, हरी सब्जी और पापड़ दिया जाता है। अंजू गंगवाल ने बताया कि, जब कोविड पेशेंट के फोन आते हैं तो हमारी आंखों में आंसू आ जाते हैं, कोई बोल नहीं पाता है तो किसी के घर पर सभी पॉजिटिव है तो किसी के रिश्तेदार फोन करके टिफिन पहुंचाने का निवेदन करते हैं।
यह फ्री टिफिन सेवा पूरे शहर के लोगों तक पहुंचाई जा रही है। नागझिरी, नानाखेड़ा, ऋषिनगर, महानंदा, महाश्वेता, फ्रीगंज, नमकमंडी नयापुरा, खाराकुआँ, वीडी मार्केट क्षीरसागर आदि। मानवता की सेवा में दोनों का परिवार उनका पूरा सहयोग कर रहा है।
मैं और पत्नी दोनों कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं पर इस समय में भी हमें सात्विक भोजन मिल रहा है क्योंकि काफी सराहनीय प्रयास है
– वीरेंद्र सक्सेना
पिछले 4 दिनों से मेरे घर पर नि:शुल्क टिफिन आ रहा है भोजन का स्वाद और क्वालिटी दोनों ही बहुत अच्छे हैं आपकी पहल बहुत ही अनुकरणीय है
– रवि नागर
मेरा पूरा परिवार पॉजिटिव हो गया था और बच्चे अकेले पड़ गए थे। इस मुश्किल दौर में भोजन देकर मानवता का परिचय दिया है।
– राजेश सोनी
बहुत बेहतरीन घर जैसा भोजन का स्वाद है साथी सफाई के साथ बना हुआ जिसे खाकर हम निश्चित ही जल्द स्वस्थ हो जाएंगे
– मनोज जैन
कोरोना महामारी से जूझ रहे परिवारों को जैन भोजन उपलब्ध कराने का यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है।
– मंगल बामनिया