परिजनों ने कहा… डॉक्टर ने गलत नस काटी ,
18 बाटल ब्लड चढ़ाने के बाद भी नहीं बची जान
उज्जैन। आरडी गार्डी में डिलेवरी के लिये भर्ती हुई महिला ने दोपहर में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया लेकिन गलत नस कटने से अधिक रक्त स्त्राव शुरू हो गया।
परिजनों ने 18 बाटल ब्लड दिया उसके बावजूद रात में महिला ने दम तोड दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला डॉक्टर ने गलत नस काटी और उपचार में लापरवाही की इस कारण महिला की मौत हुई। चिमनगंज पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है।
वर्षानाथ पति रोहित 24 वर्ष निवासी कनासिया नाका तराना को दो दिन पहले परिजनों ने डिलेवरी के लिये आरडी गार्डी अस्पताल में भर्ती कराया था। उसी रात सुरभी पाटीदार ने वर्षानाथ का ऑपरेशन कर डिलेवरी कराया। वर्षा ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया लेकिन उसे अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगा।
पति रोहित ने बताया कि डॉक्टर ने वर्षा की हालत गंभीर बताकर ब्लड का इंतजाम करने को कहा और उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया। 24 घंटों में 18 बाटल खून चढाने के बाद भी वर्षा की हालत में सुधार नहीं हुआ और बीती रात 1.47 बजे उसने दम तोड दिया।
बिना पूछे बच्चादानी निकाली
रोहित ने बताया कि हमारा 4 वर्ष का एक बच्चा है। वर्षा को दूसरी बार डिलेवरी हुई थी जिसमें डॉ. सुरभि पाटीदार ने ऑपरेशन किया, लेकिन डॉक्टर ने हमसे पूछे बिना ही वर्षा की बच्चादानी निकाल दी। इसी दौरान गलत नस कटने से वर्षा को अधिक रक्तस्त्राव शुरू हुआ और उसकी मृत्यु हुई।
मोबाइल पर बात करते उपचार
वर्षा के परिजनों ने महिला डॉक्टर का एक वीडियो भी बनाया जिसमें आईसीयू में भर्ती वर्षा का उपचार करने के दौरान डॉ. सुरभि पाटीदार मोबाइल पर बात कर रही हैं। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान भी डॉ. पाटीदार मोबाइल पर बात करने में व्यस्त थीं।
सीएसपी करेंगी मामले की जांच
चिमनगंज पुलिस ने अस्पताल की सूचना पर मर्ग कायम कर वर्षा के शव का पोस्टमार्टम कराया है। परिजनों द्वारा डॉक्टर पर आरोप लगाये जाने के मामले में एसआई मधु बंसल ने बताया कि नवविवाहिता की मृत्यु का मामला है जिसकी जांच सीएसपी मेडम द्वारा की जायेगी।