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उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और BJP से कई दावेदार मैदान में

अब टिकट घोषित होने का बेसब्री से इंतजार

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी द्वारा नागदा-खाचरौद, घटिया और तराना में प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। जबकि उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, महिदपुर और बडऩगर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी की घोषणा होना शेष है।

जबकि कांग्रेस ने अभी जिले की सातों विधानसभा में से एक में भी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की ओर से दावेदार के रूप में जिन नेताओं के नाम चर्चा में है उनमें पूर्व मंत्री एवं विधायक पारस जैन, पूर्व पार्षद रेखा ओरा, अभा ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी, नगर निगम के पूर्व सभापति सोनू गहलोत भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूखेड़ा, पार्षद प्रकाश शर्मा, शिवेंद्र तिवारी, भाजपा नेता सुरेंद्र सांखला आदि शामिल है।

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जबकि कांग्रेस से दावेदार के रूप में जिन नेताओं के नाम चर्चा में है उनमें पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय, पूर्व पार्षद आजाद यादव, युवा नेता विवेक यादव, कांग्रेस नेत्री नूरी खान, शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनंत नारायण मीणा, वरिष्ठ नेता अशोक भाटी आदि शामिल है।

चर्चा है कि इस बार उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ की पसंद से प्रत्याशी का चयन होगा। कांग्रेस के तीन दावेदार ऐसे हैं जो यह मानकर चल रहा है कि उनका टिकट लगभग फाइनल है। जबकि भाजपा के नए दावेदार इस बार टिकट वितरण में परिवर्तन की उम्मीद लगाए हुए बैठे हैं।

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1990 से जीत रहे चुनाव

इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को मात्र 1998 में जीत हासिल हुई। जबकि 1990 से लेकर 2018 तक भाजपा के वरिष्ठ नेता पारस जैन विधायक निर्वाचित होते रहे हैं। उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं की अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी पराजय का एक कारण रहा है।

दावेदारों को टिकट की उम्मीद

कांग्रेस से दावेदारी करने वाले कुछ नेताओं को पूरी उम्मीद है इसलिए उन्होंने विगत कुछ महीने से लगातार धार्मिक यात्रा करवाने सहित अन्य आयोजनों में पूरी ताकत लगा रखी है ताकि टिकट मिलने पर लोगों का झुकाव बना रहे

सात में से कितने

जिले की सात विधानसभा में से तीन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने पुरुष प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं। अब चार बाकी है महिला आरक्षण का समर्थन सभी दलों ने किया है, लेकिन दोनों दल वर्तमान समय में कितनी सीटों पर महिलाओं को चुनाव लडऩे का मौका देते हैं यह आने वाले दिनों में ज्ञात होगा। गौरतलब बात यह है कि अभी आरक्षण लागू नहीं किया गया है।

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