उज्जैन। नगर निगम में कर्मचारी और अधिकारी स्वच्छता अभियान का बहाना बनाकर देरी से ऑफिस पहुंच रहे थे। इससे लोगों को हो रही परेशानी की जानकारी सामने आने के बाद अक्षर विश्व ने पड़ताल की थी।
मामला सामने आने के बाद गुरुवार को अपर आयुक्त मनोज पाठक ने देरी से ऑफिस आने वाले कर्मचारियों को बुलाया और उन्हें देरी से नहीं आने की हिदायत दी। आयुक्त ने सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया। बताया जाता है कि हर शाखा में दो से तीन कर्मचारी ऐसे हैं जो चेतावनी देने के बाद भी समय पर नहीं आ रहे हैं।
अब कटेगी सैलरी : अपर आयुक्त पाठक का कहना है कि लगातार देरी से आने वाले कर्मचारियों को चिन्हित किया जा रहा है। अभी चेतावनी दी गई है। अगर फिर भी इन्होंने देरी से आना बंद नहीं किया तो इनकी सैलरी काटी जाएगी। देरी से वाजिब कारण बताने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।