पूरी दुनिया में हवा की खराब गुणवत्ता वाले देशों में भारत टॉप पर
नई दिल्ली। भारत में सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही वायु गुणवत्ता फिर से खराब होने लगी है। सबसे बुरा हाल उत्तर भारत का है, जहां एक्यूआई लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। खासकर दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्र में तो धुंध और धुएं की घनी चादर में लोगों का सांस लेना तक मुश्किल है।
औसत आंकड़ों को देखा जाए तो सामने आता है कि पूरी दुनिया में इस वक्त भारत में प्रदूषण सबसे उच्च स्तर पर है। यहां के अधिकतर शहरों में सुबह एक्यूआई 500 के पार पहुंच गया, जो कि खतरनाक के स्तर से भी ऊपर है। (पढ़े पेज 15 भी)
दिवाली पर सबसे ज्यादा प्रदूषित था उज्जैन, अभी भी सुधार नहीं…
उज्जैन। दिवाली पर उज्जैन की हवा प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रदूषित थी। इसके बाद भी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का प्रदूषण नियंत्रण पर ध्यान नहीं है। दिवाली के बाद से शहर की आबोहवा लगातार बिगड़ी हुई है।
दिवाली पर सबसे ज्यादा प्रदूषित उज्जैन हो गया था, जहां एयर क्वालिटी 267 तक पहुंच गई थी। इसमें जरा भी सुधार नहीं हो रहा है। गुरुवार रात को एक्यूआई का स्तर 2२3 रिकॉर्ड किया गया। केंद्र सरकार हर साल धूल और धुआं कम करने के लिए 50 से 100 करोड़ तक ग्रांट दे रही है। इसके बाद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर पा रहा है।
इन शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब?
भारत में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले टॉप-10 शहरों में दिल्ली-एनसीआर शामिल हैं। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स क्रमश: 350 और 448 पर है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के भोपाल (468), हरियाणा के सिरसा (412) में भी प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर दर्ज किया गया है।