पिछले साल से 248 एमसीएफटी कम
उज्जैन। मानसून की बेरुखी का असर गंभीर डेम पर भी साफ नजर आ रहा हैं। डेम में अभी केवल 292 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट )पानी हैं। यह गत वर्ष की तुलना में आधा हैं। जबकि गत वर्ष इसी तारीख को 540 एमसीएफटी पानी था। डेम में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं आया तो शहर को आगे भी जलसंकट का सामना करना पडेगा। शहर में जलापूर्ति का मुख्य केंद्र, गंभीर डेम अभी भी सूखा है। डेम में पानी की कमी से दो दिन छोडकर जलप्रदाय किया जा रहा हैं। उज्जैन की औसत बारिश 36 इंच है। लगातार दो वर्ष यानी साल 2019, साल 2020 में औसत से अधिक बारिश हुई है। नतीजतन सभी तालाब में भरपूर पानी रहा। इससे भूजल स्तर में काफी सुधार हुआ। बहरहाल इस साल जुलाई के प्रारंभ में डेम ने साथ छोड दिया, तो मानसून भी देरी से आया हैं। गंभीर के केचमेंट एरिया में जोरदार बरसात नहीं होने से गंभीर में पानी नहीं आया हैं। फोटो जर्नलिस्ट- मुकेश पांचाल