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उज्जैन में गंभीर लबालब, फिर भी पानी का अजीब संकट

कहीं तड़के चार बजे, कहीं दोपहर में मिला पेयजल, दो किमी लंबी लाइन डालने का सर्वे

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अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:उज्जैन शहर की प्यास बुझाने वाला गंभीर डेम लबालब भरा हुआ है, लेकिन फिर भी अजीब समस्या से लोग जूझ रहे। कहीं तड़के चार बजे तो कहीं दोपहर में पानी सप्लाई हो पा रहा। इससे पेयजल की फिजूलखर्ची भी हो रही। इसे रोकने के लिए अब पीएचई कवायद में जुट गया है। जूना सोमवारिया से पीपलीनका क्षेत्र तक 2 किमी लंबी लाइन का सर्वे कराया जा रहा।

इस बार भी गंभीर डेम लबालब भरा हुआ है, लेकिन पानी फिजूल बह जाने से गर्मी के समय में संकट उत्पन्न होने के आसार बन सकते हैं। पुराने शहर में सुबह साढ़े सात से साढ़े आठ बजे तक पानी की सप्लाई होती है, लेकिन जिन क्षेत्रों में टंकी से सीधे पानी नहीं पहुंच पाता, वहां अलग से पानी प्रदाय किया जाता है। इस कारण कहीं सुबह पांच बजे और कहीं दोपहर बाद तक पानी देना पड़ता है।

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बड़ी लाइन से चार इंची लाइन जोडऩे के कारण प्रेशर से पानी के कारण पानी बेकार बहता है। हाल ही में निगम की जलकार्य समिति के प्रभारी प्रकाश शर्मा ने पीएचई टीम के साथ निरीक्षण किया, जिसमें इस समस्या को रोकने पर चर्चा की गई।

शर्मा ने अधिकारियों को पहले जूना सोमवरिया से वीर सावरकर चौराहा और अंकपात क्षेत्र में गुमानदेव हनुमान मंदिर तक लाइन डालने का निर्देश दिया। इसका सर्वे कर लाइन डाली जाएगी। इसके बाद अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह लाइन डालकर पानी के नुकसान को रोका जाएगा। अभी लाइन का सर्वे कर एस्टीमेट बनाया जाएगा। इसके बाद लाइन का काम आगे बढ़ सकेगा।

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170 करोड़ रुपए का इंतजार…सरकार से पीएचई को 200 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली, लेकिन उसमें से अब तक उज्जैन दक्षिण क्षेत्र के लिए ही 30 करोड़ रुपए मिल सके। बाकी 170 करोड़ रुपए मिलना अभी बाकी है। यह राशि मिलने से पेयजल सप्लाई की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं, लेकिन सरकार से यह राशि नहीं मिल सकी है। इसके लिए महापौर मुकेश टटवाल भी प्रदेश सरकार को अवगत करा चुके हैं।

जिन क्षेत्रों में निर्धारित समय पर पानी नहीं मिल पाता, उनको कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। सुबह चार या पांच बजे पानी की सप्लाई होने से सर्दी के दिनों में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। सुबह जल्दी उठकर पानी भरना पड़ता है। लाइन डालने से यह समस्या दूर हो जाएगी।

अवैध कनेक्शन वैध करने पर भी फोकस

पीएचई द्वारा अवैध नल कनेक्शन को वैध करने पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके लिए सभी सर्कल में टीम बनाई जाएगी और कंट्रोल रूम पर भी काउंटर बनाया जाएगा, जहां कनेक्शन वैध किए जाएंगे।

इसलिए कहीं सुबह जल्दी पानी की सप्लाई…

अलग अलग हिस्सों में मोहल्लों की पानी सप्लाई।

पानी की टंकी से जहां सीधे पानी की सप्लाई नहीं हो पाती, वहां टुकड़ों में करना पड़ता है।

उर्दुपुरा, इंदिरानगर, फाजलपुरा, दानीगेट, वृंदावनपुरा, बेगमबाग, हेलावाड़ी आदि जगह अलग अलग टुकड़ों में पानी सप्लाई होने से फिजूलखर्ची ज्यादा।

जूना सोमवारिया से प्लविर सावरकर चौराहा और गुमानदेव हनुमान मंदिर तक पिपलीनाका क्षेत्र तक करीब दो किमी की लाइन डालने के लिए सर्वे करने का निर्देश दिया है। इससे लोगों की परेशानियां दूर होंगी और पानी भी बेकार नहीं जाएगा। अवैध नल कनेक्शन को वेध करने का काम भी और प्रभावी करेंगे। – प्रकाश शर्मा, प्रभारी जल कार्य समिति, नगरनिगम

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