उज्जैन। शुक्रवार को जिले में हुई बारिश के बाद शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया और सुबह छोटे पुल से टकराकर पानी बह रहा था। पानी के साथ बहकर आई जलकुंभी को नगर निगम सफाईकर्मियों द्वारा निकालने का काम जारी था इसके अलावा घाटों की भी फायर फायटर से सफाई की गई।
भीषण जलसंकट का सामना कर रहे जिले में शुक्रवार को राहत की बारिश हुई। करीब 7 घंटे तक लगातार कभी धीमी तो कभी तेज बारिश के बाद शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया। रात में नदी का पानी बढ़कर छोटे पुल के ऊपर से बह गया। सुबह छोटे पुल से टकराकर पानी बह रहा था। बाढ़ के पानी के साथ बहकर आई जलकुंभी को नगर निगम के सफाईकर्मियों द्वारा नदी से निकाला गया और घाटों की फायर फायटर की मदद से सफाई की गई।
12 घंटों में नहीं हुई बारिश
शुक्रवार सुबह 3 बजे से रिमझिम बारिश के बाद शाम को बारिश का दौर थम गया। शाम 6 से सुबह 6 बजे तक बारिश दर्ज नहीं हुई। हल्की बारिश के बाद वातावरण में ठंडक घुलने के कारण लोगों ने तेज गर्मी व उमस से राहत की सांस ली। वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार न्यूनतम तापमान गिरकर 23.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विभाग भोपाल के अफसरों ने बताया कि प्रदेश में मानसून सक्रिय है और कुछ जिलों में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।