टोटल लॉकडाउन पर ही संभलेगा उज्जैन…
उज्जैन। माधवनगर अस्पताल में मंगलवार को सुबह से रात्रि तक 24 घण्टे में 16 भर्ती मरीजों की मौत हो गई। बावजूद इसके शहरवासी संभलने को तैयार नहीं है। आज भी सुबह से दूध,आटा खरीदने के बहाने लोग घरों से निकल पड़े। यह सब देखकर डॉक्टर्स में यह चर्चा रही कि टोटल लॉकडाउन ही एकमात्र साल्युशन है। माधवनगर में सबसे अधिक क्रिटीकल मरीज भर्ती हैं। यहां भर्ती कोरोना पॉजीटिव्ह, निगेटिव्ह और संदिग्ध मरीजों की संख्या मंगलवार रात्रि तक 124 थी। इनमें से 97 ऑक्सीजन पर चल रहे थे वहीं 04 बायपेप थैरेपी पर चल रहे थे। इधर मंगलवार को 24 घण्टे में यहां पर भर्ती मरीजों में से 16 की मौत हो गई।
यह कहना है डॉक्टर्स का
डॉक्टर्स के अनुसार अभी भी ऐसे मरीज शतप्रतिशत आ रहे हैं जिनकी ऑक्सीजन कम हो गई है, पल्स कम हो गई है। फेफड़ों में संक्रमण 50 प्रतिशत या उससे अधिक हो गया है। ऐसा नहीं है कि मरीज ठीक होकर नहीं जा रहे हैं। लेकिन उसका प्रतिशत इसलिए कम है क्योंकि मरीज पहले दिन यहां नहीं आ रहे है। लापरवाही या अपने मन से उपचार करवाकर वे 5 से 6 दिन बेकार कर रहे हैं। जब हालत बहुत खराब हो जाती है तो यहां ओपीडी में आकर कहानी सुनाते हैं।
कर दो टोटल लॉकडाउन
डॉक्टर्स के अनुसार वे शासन के अधिनस्थ है, इसलिए मीडिया के माध्यम से ही कलेक्टर से मांग कर सकते हैं कि जनता कफ्र्यू से आगे बढ़कर टोटल लॉकडाउन होने पर ही शहर की स्थिति संभल सकती है। वरना आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या भले ही कम हो जाए, डेथ रेट शायद ही कम हो। अभी यहां रोजाना का डेथ रेट, भर्ती मरीजों की संख्या के अनुपात में 10 से 14 प्रतिशत तक रहता है।