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कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे एमपी वशिष्ठ ने बेटे प्रवीण ‘पप्पू’ के आचरण पर उठाए सवाल

कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे एमपी वशिष्ठ ने बेटे प्रवीण ‘पप्पू’ के आचरण पर उठाए सवाल

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पुत्र पर करोड़ों रुपये की अनियमितता,चाल-चरित्र खराब होने के गंभीर आरोप लगाए…

उज्जैन। प्रतिष्ठित वशिष्ठ परिवार का आंतरिक कलह सतह पर आ गया हैं। परिवार के पितृपुरुष और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे महावीर प्रसाद (एमपी) वशिष्ठ ने एमआईटी ग्रुप के एम्पायर की भागीदारी में विभाजन कर दिया हैं। अपने पुत्र प्रवीण वशिष्ठ ‘पप्पू’ पर संस्था में 250 करोड़ रु. की अनियमितता करने और चाल-चरित्र और चेहरे को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में शासन-प्रशासन से जांच की मांग भी की।

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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए महावीर प्रसाद वशिष्ठ (एमपी) ने बताया कि उनके द्वारा स्थापित संस्था प्रसार शिक्षण एवं सेवा संस्थान के अधीन संचालित एमआईटी ग्रुप उज्जैन का व्यावसायिक तौर पर विभाजन कर दिया हैं। करीब दो दशक पहले प्रसार शिक्षण एवं सेवा संस्थान के माध्यम और तात्कालीन सीएम दिग्विजय सिंह, तात्कालीन उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव और अन्य शुभचिंतकों के सहयोग-मार्गदर्शन में एमआईटी ग्रुप की स्थापना कर महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंजीनियरिंग कॉलेज) की स्थापना की।

संस्था का गठन प्रसार शिक्षण एवं सेवा संस्थान द्वारा किया गया था। एमआईटी उज्जैन का उद्घाटन 26 जुलाई 2001 को दिग्विजय सिंह ने किया था। प्रसार शिक्षण एवं सेवा संस्थान समिति में मैंने कोई पद इसलिए नहीं लिया,क्योंकि मैं चाहता था कि मेरे पुत्र प्रवीण वशिष्ठ ‘पप्पू’,राजेंद्र वशिष्ठ ‘राजू’ और आलोक वशिष्ठ प्रगति करें, उन्नति करें, आगे बढ़े। महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बाद फॉर्मेसी,एमबीए,कॉलेज प्रारंभ किया।

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आलोक इंटरनेशनल स्कूल भी शुरू किया। इस बीच प्रवीण का आचार, विचार, व्यवहार कुल मिलाकर आचरण खराब हो गया। एमपी वशिष्ठ ने आरोप लगाया कि पप्पू एमआईटी ग्रुप की पूंजी का मनमाना उपयोग करते रहे। इसकी जानकारी लगी तो मैंने आपत्ति ली।

एक चार्टर्ड अकाउंटेंट से संस्थान के आय-व्यय का ऑडिट कराने पर सामने आया कि प्रवीण ने बीते 10 वर्षों में संस्था की पूंजी का मनमाना उपयोग कर राशि को गैर मद में खर्च किया हैं।

यह राशि लगभग 250 करोड़ रु. हैं। यह भी पता चला कि प्रवीण का चरित्र और आचरण भी ठीक नहीं हैं। इससे वशिष्ठ परिवार और एमआईटी प्रतिष्ठान की छवि धुमिल हो रही है। मैंने अपने परिवार के सदस्यों, मित्रों और शुभचिंतकों से विचार कर एमआईटी की हिस्सेदारी के बंटवारे का निर्णय लिया।

एमआईटी के बंटवारे में सबसे अच्छा संस्थान पप्पू को, फिर भी असंतुष्ट

एमपी वशिष्ठ ने मीडिया को बताया कि उन्होंने अभिभाषक से सलाह के बाद विधि अनुसार बंटवारा कर दिया हैं। प्रवीण वशिष्ठ ‘पप्पू’ को महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंजीनियरिंग कॉलेज), राजेंद्र वशिष्ठ ‘राजू’ को फॉर्मेसी कॉलेज, प्रवाह पेट्रोल पम्प और आलोक वशिष्ठ को स्कूल, एमबीए कॉलेज दिया हैं। बंटवारे में सबसे अच्छा संस्थान पप्पू को दिया है, फिर भी वह असंतुष्ट है। प्रवीण मामले को और उन्हें कोर्ट में ले जाने की बात कह रहा हैं।

शासन-प्रशासन जांच करें: महावीर प्रसाद वशिष्ठ ने कहा मुझे जो करना था, कर दिया। वशिष्ठ ने प्रदेश सरकार, संबंधित अधिकारियों से मांग की हैं कि इस मामले वह जांच और कार्रवाई करें।

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