खतरों से बेखबर लोग मना रहे पिकनिक

कालियादेह महल पर 52 कुंड का प्राकृतिक सौंदर्य निखरा
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन। वर्षाकाल में उज्जैन कालियादेह महल स्थित 52 कुंड पर निखर आया है। रविवार को यहां बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचे। खूबसूरत नजारों को अपने मोबाइल, वीडियो कैमरे में कैद किया। इन सब के बीच सभी यहां के खतरों से अनजान है। चौंकाने वाली बात यह रही कि यहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं है।
शहर में शिप्रा रामघाट के बाद केडी पैलेस दूसरा बड़ा डेंजर जोन माना जाता है। खासकर मानसून में केडी पैलेस पर पिकनिक मनाने के लिए सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। पत्थरों के ऊपर से बहते पानी के बीच बैठकर फोटो व सेल्फी के लिए वे जोखिम उठा रहे हैं। केडी पैलेस पर बीते वर्षो में कुंड और शिप्रा नदी में डूबने से कई जान जा चुकी है उसके बावजूद न तो लोग सजग और न प्रशासन ने वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम किए गए।
रिमझिम बारिश के बीच केडी पैलेस पर प्रतिदिन कई लोग परिवार और मित्रों के साथ केडी पैलेस जा रहे हैं। रविवार को भी काफी लोग यहां पिकनिक का लुत्फ उठाने परिवार के साथ पहुंचे थे और बीच नदी में ही पत्थरों पर बहते पानी के बीच बैठकर फोटो सेशन करवा रहे थे। पूर्व के हादसों के बावजूद केडी पैलेस पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आए। लोगों को कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था।
स्थानीय लोग बोले- फिसलन व पत्थर हादसे की वजह
कालियादेह गांव से कुछ दूर ही केडी पैलेस है। कालियादेह गांव के लोगों का कहना है कि गांव के कई युवक केडी पैलेस पर आने वाले लोगों को समझाते हैं कि आगे फिसलन व गड्ढे हैं, मत जाओ लेकिन लोग झगडऩे लगते हैं। वे कहते हैं कि तुम्हें क्या करना है।
केडी पैलेस पर पानी इतना गहरा नहीं है कि व्यक्ति डूब जाए लेकिन यहां कई जगह गड्ढे होने के साथ ही फिसलन व उंचे-नीचे जो पत्थर हैं, वो ज्यादा खतरनाक है। अगर पानी में किसी का संतुलन बिगड़ता है और वह गिरता है तो पत्थर की चोट से घबरा जाता है और फिर संभल नहीं पाता इस कारण डूब जाता है।लोग मना करने के बावजूद नहीं मानते।