सांसद फिरोजिया, विधायक पारस जैन ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र, बूथवार सत्यापन करने की मांग
भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी बोले संगठन को अवगत कराया है..
उज्जैन। मतदान पर्ची के नहीं बंटने और बड़ी संख्या में लोगों के वोट नहीं डाल पाने का सियासी विवाद आगे बढ़ा है। नगर निगम चुनाव में इस गड़बड़ी को गंभीर बताते हुए उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व मंत्री एवं उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन ने निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लेते हुए संपूर्ण मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
वहीं भाजपा का नगर संगठन फिलहाल इस मामले में निष्क्रिय बना हुआ है। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी का कहना है कि इस मसले पर भाजपा प्रदेश संगठन को अवगत करा दिया है उन्होंने फिलहाल कोई पत्र किसी को नहीं लिखा है। राज्य निर्वाचन आयोग नगर निगम चुनाव में वोटर लिस्ट से नाम गायब होने, मतदान केंद्र बदलने और मतदाता पर्ची नहीं बांटे जाने के मामले में जनप्रतिनिधियों के निशाने पर आ गया हैं।
घर घर जाकर होनी चाहिए जांच
उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि मतदान पर्ची के नहीं बंटने और बड़ी संख्या में लोगों के वोट नहीं डाल पाए। कई परिवारों के आधे नाम एक जगह और आधे दूसरे मतदान केंद्र पर हो गए। वोटिंग के दिन वोटर लिस्ट से नाम गायब होने, मतदान केंद्र बदलने और मतदाता पर्ची नहीं बांटे जाने पर जमकर बवाल हुआ। वोटर भटकते रहे। आयोग को लिखे पत्र में सांसद फिरोजिया ने कहा कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
जिम्मेदारों पर कार्रवाई करे- विधायक जैन
उज्जैन उत्तर के विधायक,प्रदेश के पूर्व मंत्री पारस जैन ने त्रुटिपूर्ण मतदाता सूची के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए राज्य निर्वाचन के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में विधायक जैन ने लिखा कि निगम चुनाव में त्रुटिपूर्ण मतदाता सूची होने से, मतदाताओं तक पर्चियां नहीं पहुंचने से, नाम सूची में नहीं होने से और एक ही परिवार के सदस्यों के नाम अलग-अलग मतदान केंद्रों पर होने के चलते हजारों मतदाता मतदान से वंचित रह गए है। इसकी गंभीरता से जांच होना चाहिए। आम व्यक्ति जिनकी भी लापरवाही के कारण मतदान से वंचित रहा है उन सभी दोषियों पर कार्रवाई होना ही चाहिए।
प्रदेश भाजपा संगठन को बताया हैं – जोशी
इधर शहर भाजपा अध्यक्ष विवेक जोशी का कहना हैं कि उन्होंने फिलहाल इस मामले में राज्य निर्वाचन आयोग को कोई लिखित शिकायत नहीं की हैं। इस मामले में भाजपा प्रदेश संगठन को अवगत कराया हैं।