टोक्यो ओलिंपिक से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू का मेडल गोल्ड में बदल सकता है। सूत्रों के मुताबिक पहले नंबर पर रहीं चीनी एथलीट होउ जिहूई पर डोपिंग का शक है। एंटी डोपिंग एजेंसी ने होउ को सैंपल-B टेस्टिंग के लिए बुलाया है। माना जा रहा है कि उनका सैंपल-A क्लीन नहीं है।
चीनी एथलिट होउ जिहूई आज अपने देश लौटने वाली थीं, लेकिन उन्हें रुकने को कहा गया है। किसी भी समय उनका डोपिंग टेस्ट हो सकता है। ओलिंपिक्स के इतिहास में ऐसा पहले भी हो चुका है जब डोपिंग में फेल होने पर खिलाड़ी का पदक छीन लिया गया और दूसरे नंबर पर मौजूद खिलाड़ी को दे दिया गया। वहीं, मीराबाई भारत लौट चुकी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया।
टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू सोमवार को स्वदेश लौट चुकी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। चानू के एयरपोर्ट पर पहुंचते ही भारत माता की जय के नारे लगाए गए। इस दौरान मीरा की आरटी-पीसीआर जांच भी की गई। मीरा के साथ उनके कोच विजय शर्मा भी लौटे हैं। ‘खेलों के महाकुंभ’ टोक्यो ओलंपिक में भारत की शानदार शुरुआत हुई थी। दूसरे दिन ही भारत की झोली में पदक आ गया था। 24 जुलाई को वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू (49 किग्रा) ने रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोल दिया था। चानू इस साल टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। बता दें कि मणिपुर की 26 साल की वेटलिफ्टर ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया था।
#WATCH | Olympic silver medallist Mirabai Chanu receives a warm welcome as the staff at the Delhi airport cheered for her upon her arrival from #TokyoOlympics pic.twitter.com/VonxVMHmeo
— ANI (@ANI) July 26, 2021