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चेकिंग के लिए बारात की दो बस, कार को दो घंटे रोक रखा

ट्रैफिक डीएसपी ने कहा एक बस थी, कागजात होने पर छोड़ दिया… बस ड्रायवर्स मुस्कुराते हुए बोले- कुछ तो देना पड़ा है…

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:आम लोगों से सुझाव लेकर शहर के यातायात में सुधार के लिए योजना बनाने की बात करने वाली उज्जैन पुलिस की अलग ही कार्यप्रणाली सामने आई है। चेकिंग के लिए बारात की दो बस, कार को दो घंटे रोक रखा। ट्रैफिक डीएसपी का कहना था कि एक ही बस थी, कागजात कम्पलीट होने पर छोड़ दिया।

शुक्रवार सुबह 9 बजे चिंतामन बायपास के शिप्रा ब्रिज के मुहाने पर दो बस और दो कार खड़ी थी। ब्रिज पर ट्रैफिक डीएसपी की बोलेरो खड़ी थी। कुछ पुलिसकर्मी बोलेरो के बाहर, कुछ अंदर थे। वहीं हाथ जोड़कर कुछ लोग गुहार लगा रहे थे। पड़ताल करने पर पता चला बस और कार में मंदसौर से सीहोर बारात जा रही थी।

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रास्ते में पुलिस ने रोक लिया। बस के बाहर खड़े बारातियों ने बताया ट्रैफिक डीएसपी की गाड़ी ने बस और कार को हाथ देकर रोका था। बोलेरो से उतर कर आए पुलिसकर्मी बस ड्रायवर्स को यह कहते हुए साथ ले गए कि साहब बुला रहे हैं चल…। बोलेरो में बैठे साहब ने कागजात तो देख लिए, लेकिन चर्चा खत्म ही नहीं हो रही थी। बस से उतरकर गए कुछ लोगों ने भी बोलेरो में सवार साहब से चर्चा की फिर भी बात नहीं बनी।

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इसके बाद मोबाइल-मोबाइल का दौर प्रारंभ हुआ। बस ड्रायवर्स ने मोबाइल पर कई बार किसी से पुलिस की बोलेरो में विराजमान अधिकारी से बात करा दी। इसके बाद भी मसला खत्म नहीं हो रहा था। बोलेरो के बाहर खड़े पुलिस कर्मियों ने अन्य लोगों का वहां से हटा दिया। केवल ड्रायवर्स वहीं रहे। इस बीच कुछ खास हो गया और बस-कार को जाने की अनुमति मिल गई। बस में सवार लोगों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में करीब दो घंटे लग गए। इस दौरान आरटीओ, अन्य पुलिस वाहन भी निकलकर गए। सभी ने बोलेरो में बैठे पुलिस अफसर को ठहर कर नमस्ते किया।

जुर्माना और शुल्क नहीं बताया….

गाडिय़ों को जाने देने की अनुमति मिलने के बाद जब बस ड्रायवर्स से पता किया कि कितना जुर्माना-शुल्क दिया….। बस ड्रायवर्स मुस्करा कर चल दिए और बोले कुछ तो देना पड़ा है….नहीं तो बरात कैसे निकलती। वहीं ट्रैफिक डीएसपी विक्रम कनपुरिया ने मोबाइल पर चर्चा में केवल इतना कहा कि एक ही बस थी, कागजात कम्पलीट थे, इसलिए छोड़ दिया….।

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