पुलिस ने कहा- 8 बार पकड़ा फिर भी नहीं मानते हरकत से
उज्जैन।मंदिरों के आसपास भीड़ में घुसकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने में बच्चों की गैंग भी शामिल है। पुलिस और जनता द्वारा ऐसे बच्चों को रंगे हाथों पकड़ा भी जाता है लेकिन यह बच्चे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे।
बिहार से महाकाल दर्शन करने आए राजेन्द्र पिता मानसिंह का हरसिद्धि मंदिर के बाहर से एक 14 वर्षीय बालक ने पर्स चोरी कर लिया।
राजेन्द्र ने अपने दोस्तों की मदद से बालक को रंगे हाथों पकड़ा और पर्स वापस मांगा लेकिन उसने पर्स नहीं लौटाया तो महाकाल थाने लेकर पहुंचे। यहां पुलिस ने उसकी तलाशी ली लेकिन पेंट शर्ट से राजेन्द्र का पर्स बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने उसे रात भर थाने में बैठाया। परिजनों को सूचना दी।
अगले दिन सुबह राजेन्द्र फिर थाने पहुंचा और स्वयं बच्चे से मनुहार करता नजर आया। राजेन्द्र ने बताया कि पर्स में 2-3 हजार रुपये थे जो मुझे वापस नहीं चाहिये, लेकिन पर्स में एटीएम, वोटर आईडी, आधार कार्ड व परिचय पत्र सहित जरूरी कागजात रखे थे जिन्हें वापस लेना चाहता हूं, लेकिन बालक पर्स के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुआ।
बार-बार पकड़कर परिजनों को सौंपा….पुलिस ने बताया कि बालक पंवासा क्षेत्र का रहने वाला है। उसके तीन-चार अन्य दोस्त भी हैं जिन्हें बार बार पकड़कर परिजनों के सुपुर्द किया।
समझाइश भी दी लेकिन ये अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। खास बात यह कि जेबकटी के बाद पर्स और मोबाइल अपने साथी को इतनी तेजी से पास करते हैं कि तलाशी लेने पर इनके पास से कुछ भी सामान बरामद नहीं होता।