तबाही का मंजर… आखों के सामने पत्तों की तरह बह गए आशियाने, देखे Photo

By AV NEWS

हिमाचल और कश्मीर में बादल फटा

जान बचाना भी हुआ मुश्किल

हिमाचल प्रदेश में सोमवार को ऑरेंज अलर्ट के बीच मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में रविवार रात से भारी बारिश का दौर जारी है।  मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह नौ बजे तक पालमपुर में 160 मिमी और धर्मशाला में 130 मिमी बारिश हुई है।

 

मनाली 55 मिमी, कांगड़ा 65 मिमी, भुंतर 51 मिमी, डलहौजी 48 मिमी और कुफरी में 38 मिमी बारिश हुई है।राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में एक-दो दिन से रुक-रुककर बारिश जारी है तो मध्य प्रदेश में 17 जुलाई से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

 

मैकलोडगंज के भागसूनाग में सड़क पर खड़ी कई गाड़ियां नाले में उफान आने पर बह गईं। कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल से प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बारिश से हुए नुकसान का आकलन करें और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए। प्रदेश के नदी और नाले उफान पर हैं। सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं। नेशनल हाईवे 707 कफोटा के पास भूस्खलन से बंद हो गया है जिससे सैकड़ों वाहन फंस गए हैं।

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में बादल फटा है। शिमला सहित कई जिलों में रविवार रात से भारी बारिश हो रही है। इस कारण नदी नाले उफान पर हैं। कई जगह बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। कुल्लू की सरवरी नदी भी उफान पर है। इससे किनारे पर बसी झुग्गी बस्तियों पर खतरा पैदा हो गया है।नदी का पानी झुग्गी बस्ती के बीच में बह रहा है। लोगों ने अपनी झुग्गियां खाली करनी शुरू कर दी हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।

 

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