उज्जैन। कोई भी ऐसा खेल जो टीम के साथ खेला जाता है, यदि उस खेल में जीतना है तो उस टीम का कैप्टन मजबूत होना बहुत जरूरी है, क्योंकि टीम का कैप्टन, टीम का कमांडर जब अपने साथियों को टीम को संबल देता है तो वही टीम पूरे जोश के साथ, मजबूती के साथ खेल खेलती है और फिर भी वह जीत नहीं पाती तो इससे यही सिध्द होता है कि उस टीम का कैप्टन मजबूत नहीं है।
यह उद्गार मुनिश्री सुप्रभसागरजी महाराज ने श्री आदिनाथ दि. जैन मंदिर ऋषिनगर में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति ने मात्र और मात्र सांसारिक सुख सुविधाओं को प्राप्त करके ही जीवन की सफलता मान ली और यही उसकी बहुत बड़ी भूल है। मीडिया प्रभारी प्रदीप झांझरी ने बताया कि मुनिश्री द्वारा प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को प्रात: 7.15 पर विशेषकर युवाओं के लिए जैनेस्टिक साईंस की कक्षा आयोजित की जाती है जिसमें विज्ञान और जैन धर्म को समझने का सरलतम उपाय बताया जाता है।