पुलिस प्रशासन सहित दस सरकारी विभागों पर 1करोड़ रुपए से ज्यादा का बिजली बिल बकाया

अंतिम चेतावनी के साथ वसूली के नोटिस जारी…
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उज्जैन। जिले में घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ताओं के साथ ही सरकारी विभागों में बैठे जिम्मेदार भी समय पर बिजली बिल जमा नहीं करवा रहे है। यहीं कारण है कि पुलिस प्रशासन, चिकित्सा व शिक्षा सहित 10 बड़े सरकारी विभागों पर बिजली बिल का एक करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया चढ़ गया है। ऐसे में बकाया नहीं चुकाने पर विद्युत वितरण कंपनी ने इन विभागों को वसूली के लिए नोटिस जारी किए हैं। साथ ही बकाया न जमा करने पर कनेक्शन काटने की चेतावनी भी दी है।
कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) व पुलिस विभाग भी बिजली कंपनी के बड़े बकायादारों की सूची में हैं। अन्य बड़े सरकारी बकायादारों में लोक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, वन विभाग, शिक्षा और बीएसएनएल विभाग से भी बिजली कंपनी को बिल के एक करोड़ रुपए की वसूली करना है।
नोटिस भेजे जा रहे
उज्जैन ग्रामीण संभाग के अंतर्गत आने वाले 10 से अधिक सरकारी विभागों पर बिजली बिल का 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है। इन सरकारी विभागों को बकाया भुगतान करवाने के लिए बिजली बिल के साथ नोटिस भेजे जा रहे हैं। विभागों को बिजली बिल के लिए पैसा जरूर मिलता है, लेकिन वह समय पर जमा नहीं कराते, जिससेे इतना बड़ा बकाया खड़ा हो जाता है।
अमरेश सेठ, कार्यपालन यंत्री विद्युत कंपनी उज्जैन
264 सरकारी स्कूल भी है डिफाल्टर… बड़े बकायादारों की सूची में पीएचई के 35 विभाग और 264 सरकारी स्कूल के नाम शामिल है। इनके द्वारा लंबे समय से बिजली बिल नहीं भरने पर विद्युत वितरण कंपनी अब इनके कनेक्शन काटने की तैयारी कर रही है। ऐसे में इन सरकारी स्कूलों में बिजली-पानी की व्यवस्था संभाल पाना मुश्किल हो सकता है। पीएचई विभाग पर भी बिजली कंपनी का भरी-भरकम राशि बकाया है।