Advertisement

प्रोत्साहन राशि के 50 लाख रुपए कहां गए…एफआईआर की चेतावनी

नगर निगम कर्मचारियों का उभरा आक्रोश, आंदोलन की तैयारी

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन नगर निगम में अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों के लिए पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि के रूप में 50 लाख रुपए भेजे गए हैं, लेकिन वे अब तक कर्मचारियों को नहीं दिए गए तो कहां गए। यह सवाल नगर निगम कर्मचारी संघ ने उठाया है।

चेतावनी भी दी है कि राशि नहीं मिली तो 3 अक्टूबर को पुलिस थाने में एफआईआर कराई जाएगी। 2022 में शहर को स्वच्छता में अच्छे नंबर पर लाने के लिए प्रोत्साहन राशि के तौर पर 50 लाख रुपए केन्द्र सरकार द्वारा नगर निगम उज्जैन को भेजी गई थी वह अब तक सफाई कर्मचारियों को वितरित नहीं की जा सकी है। एक साल गुजरने के बाद यह मुद्दा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा। कर्मचारियों का आक्रोश विस्फोटक मोड़ पर आ गया है। कर्मचारियों ने 3 अक्टूबर से आंदोलन की चेतावनी भी दे दी है। मामले में महापौर द्वारा राशि समान रूप से देने के आदेश भी हो चुके हैं, लेकिन निगम प्रशासन अब तक इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं कर सका है।

Advertisement

कर्मचारियों को क्यों नहीं कर रहे विनियमित..?

सफाई कामगार संघ, स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के संरक्षक रामचंद्र कोरट ने बताया नगरीय प्रशासन भोपाल द्वारा 2007 के पश्चात कार्य करने वाले अस्थाई कर्मचारियों, 29 दिवस, 89 दिवस पर कार्यरत कर्मचारियों को विनियमित करने के लिए नगर निगम प्रशासन से सात दिन में जानकारी चाही गई थी जो आज तक शासन को नहीं भेजी गई है।

Advertisement

समयमान-वेतनमान के आदेश होने के 6-7 महीने बाद भी कर्मचारियों को एरियर राशि का भुगतान एवं वेतन में समयमान-वेतनमान की राशि नहीं लगाई जा रही है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी समयमान-वेतनमान की एरियर राशि नहीं दी जा रही है एवं पेंशन में भी नहीं लगाई जा रही है, जिससे कर्मचारियों एवं पेंशनरों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

महिला कर्मचारियों की ड्यूटी का भी विरोध…

निगम द्वारा शुरू किए गए कर शक्ति अभियान में पुरुष कर्मचारियों के साथ-साथ महिला कर्मचारियों, सफाई महिला कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाने से कर्मचारियों का आक्रोश भड़क उठा है। संगठन का आरोप है कि महिला कर्मचारियों को अपने कार्य के साथ-साथ संपत्तिकर के बिल, डिमांड लगाने के लिए घर-घर दस्तक देना पड़ेगी। कुछ महिला कर्मचारी बीमार हैं, कुछ वृद्ध हैं।

महापौर द्वारा समान रूप से प्रोत्शान राशि देने का आदेश जारी किया जा चुका है।
सत्यनारायण चौहान, स्वच्छता समिति प्रभारी

Related Articles