Advertisement

प्लेटफार्म 8 पर गंदगी से यात्री हो रहे परेशान पीने के पानी के लिए भटक रहे इधर-उधर…

स्टेशन प्रबंधक बोले… प्लेटफार्म का काम अभी अंडर प्रोसेस, कुछ माह में होगा सुधार

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन शहर के रेलवे स्टेशन पर यात्री ट्रेनों के आवागमन हेतु कुल 8 प्लेटफार्म हैं जिनमें से अधिकांश ट्रेनों के परिचालन हेतु प्लेटफार्म 1 से 6 का उपयोग होता है, जबकि प्लेटफार्म 8 से सिर्फ दो ट्रेनें ही संचालित होती है। संभवत: यही कारण है कि इसकी सफाई और अन्य समस्याओं पर रेलवे अफसरों का ध्यान नहीं होता और परेशानी यात्रियों को उठाना पड़ती है।

प्लेटफार्म 8 से वर्तमान में सुबह 8 बजे इंदौर के लिये और शाम 5 बजे भोपाल के लिये ट्रेन संचालित हो रही है, जबकि अन्य प्लेटफार्म से सभी ट्रेनों का आवागमन होता है। इस कारण प्लेटफार्म 8 पर यात्रियों का दबाव अधिक नहीं रहता। किन्हीं परिस्थितियों में इस प्लेटफार्म पर विकली या विशेष ट्रेनों को स्टाप दिया जाता है। इस प्लेटफार्म पर वर्तमान में पीने के पानी हेतु नलों की व्यवस्था नहीं की गई है और न ही चाय नाश्ते के स्टॉल हैं।

Advertisement

यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों को पानी के लिये या तो दूसरे प्लेटफार्म अथवा स्टेशन के प्रवेश द्वार की ओर जाना पड़ता है। कई यात्री जानकारी के अभाव में जीआरपी थाने तक पहुंच जाते हैं। दूसरी समस्या नियमित सफाई की है। प्लेटफार्म पर प्रतिदिन सफाई नहीं होने के कारण कचरे के ढेर यहां वहां लगे रहते हैं। लोग एकांत जगह देखकर गंदगी भी करते हैं, जबकि सफाई ठेकेदार ने यहां दिखाने के लिये तीन मशीनें रखी हैं।

सिर्फ प्लेटफार्म 1 पर होती है नियमित सफाई

Advertisement

ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन स्टेशन के प्लेटफार्म 1 पर नियमित सफाई की जाती है। अन्य प्लेटफार्म पर एक समय सफाई के बाद दूसरे दिन तक सफाईकर्मी इन प्लेटफार्म पर आते तक नहीं हैं। जिस कारण प्लेटफार्म 2 से 8 तक ट्रेनों में आवागमन करने वाले यात्रियों को गंदगी का सामना करना पड़ रहा है।

प्लेटफार्म 8 से दो ट्रेनों का संचालन हो रहा है। प्लेटफार्म का काम अभी अंडर प्रपोजल है जिसके अंतर्गत प्लेटफार्म के बीच में नल लगाने और स्टॉल बनवाने का प्रावधान भी है। इस कार्य को पूरा होने में 5 से 6 माह लग सकते हैं। सफाई व्यवस्था के लिये संबंधित को निर्देशित करेंगे। आने वाले समय में अमृत मिशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन का नए सिरे से निर्माण भी प्रस्तावित है।
संजय सक्सेना, स्टेशन प्रबंधक

ठेकेदार द्वारा दिखाने के लिए रखी गई सफाई मशीन।

डस्टबीन की सफाई नहीें होने से बाहर बिखरा कचरा।

प्लेटफार्म स्थित शौचालय के बाहर गंदगी

Related Articles