बदलने वाली है भगवान महाकाल की दिनचर्या

15 दिन बाद गर्म जल से स्नान करेंगे
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन ऋतु के अनुसार भगवान महाकाल की दिनचर्या में बदलाव होता है। आरती के समय में परिवर्तन तो होगा,15 दिन बाद यानि 12 नवंबर से भगवान का स्नान गर्म जल से होगा।
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी से भगवान महाकालेश्वर को गर्म जल से स्नान कराया जाता है। 12 नवंबर कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को श्री महाकालेश्वर भगवान को अभ्यंग स्नान करवाया जावेगा तथा इसी दिन से श्री महाकालेश्वर भगवान जी का गर्म जल से स्नान प्रारंभ होगा, जो फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक चलेगा। 12 नवंबर 2023 रविवार को ही महाकालेश्वर भगवान जी की प्रात: 07.30 बजे होने वाली आरती में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा। शाम को दीपोत्सव पर्व मनाया जाएगा ।
भगवान आरती के समय में परिवर्तन
महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल आरती का समय परम्परानुसार परिवर्तित होगा । 29 अक्टूबर रविवार कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा से फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक महाकालेश्वर भगवान की 3 आरतियों में परिवर्तन होगा। इसमें प्रात: होने वाली द्दयोदक आरती 07.30 से 08.15 तक, भोग आरती प्रात: 10.30 से 11.15 तक व संध्या आरती सायं 06.30 से 07.15 बजे तक होगी। भस्मआरती प्रात: 04 से 06 बजे तक, सायंकालीन पूजन सायं 05 से 05.45 तक एवं शयन आरती रात्रि 10.30 से 11 बजे तक अपने निर्धारित समय पर ही होगी।
धनतेरस पर्व 10 नवंबर को : महाकालेश्वर मंदिर में 10 नवंबर शुक्रवार के दिन धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिकित्सालय में भगवान धनवंतरी का पूजन होगा। इसके अतिरिक्त मंदिर के पुरोहित समिति द्वारा भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक पूजन किया जाएगा।









