मध्यप्रदेश : मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को मिला 6 महीने का एक्सटेंशन

मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को लेकर खींचतान आखिरकार खत्म हो गई है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ही अगले छह माह के लिए प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया बने रहेंगे। बैंस बुधवार (30 नवंबर) को रिटायर होने वाले थे। लेकिन, रिटायरमेंट के दिन ही उनका कार्यकाल छह महीने बढ़ा दिया गया है। यह पहली बार हुआ है कि सीएस के रिटायरमेंट के दिन तक नए प्रशासनिक मुखिया के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही।
केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग ने बुधवार को आदेश जारी किया। इसके तहत इकबाल सिंह बैंस अब 30 मई तक मुख्य सचिव के पद पर बने रहेंगे। यह पहली बार है कि मुख्य सचिव के पद को लेकर सेवानिवृत्ति के दिन तक असमंजस बना रहा। अब तक परिपाठी इस तरह रही है कि 15 दिन पहले ही नए मुख्य सचिव का नाम सामने आ जाता है या उसके कार्यकाल विस्तार का फैसला हो जाता था।
नए सीएस के नाम को लेकर भोपाल से दिल्ली तक अटकलें लगती रहीं। 1989 बैंच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन का नाम भी चर्चा में आया। अनुराग जैन इस समय केंद्र में प्रतिनयिुक्ति पर हैं। इस दौरान जैन ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दो बार मुलाकात की। इस वजह से अटकलें तेज हो गई कि उनका सीएस बनना लगभग तय है। जैन इस समय केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्लैगशिप प्रोग्राम पीएम गति शक्ति मिशन संभाल रहे हैं। इस वजह से जैन के वापसी को लेकर संशय बना हुआ था।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन का बड़ा कारण प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इकबाल सिंह बैंस के ही एक्सटेंशन के पक्ष में थे। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव में अच्छा सामंजस्य है। बैंस मुख्यमंत्री के भरोसेमंद अधिकारी भी हैं।
चुनावी साल को देखते हुए प्रशासनिक जमावट की जाएगी। कांग्रेस की सरकार जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब अपनी सरकार बनाई तो 1985 बैच के आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह बैंस को मुख्य सचिव बनाया था। इसके लिए छह अधिकारियों की वरिष्ठता को भी नजरअंदाज किया गया था। वह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। इकबाल सिंह बैंस एक्सटेंशन लेने वाले चौथे मुख्य सचिव हैं। इससे पहले आरपी कपूर, आर परशुराम और बीपी सिंह को भी छह-छह माह का एक्सटेंशन मिल चुका है।