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मध्य प्रदेश में बसों की हड़ताल,पेट्रोल पंप पर लंबी कतारें

ट्रक-बस के साथ शहर की मैजिक ऑटो, ई-रिक्शा का संचालन रोका

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केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में ड्रायवरों की हड़ताल

 

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:केन्द्र सरकार द्वारा वाहन दुर्घटना को लेकर बनाए गए नये कानून का ड्रायवरों द्वारा देशव्यापी विरोध कर हड़ताल की जा रही है। इसका असर नए वर्ष की सुबह शहर में देखने को मिला। नानाखेड़ा और देवासगेट बस स्टेण्ड से संचालित होने वाली बसें सड़कों पर नहीं उतरीं वहीं हड़ताली ड्रायवरों ने मैजिक, ऑटो, ई रिक्शा का संचालन भी शहर में नहीं होने दिया जिससे शहर के साथ साथ देश भर से उज्जैन दर्शन करने आये श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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सुबह 6 बजे नानाखेड़ा बस स्टैंड पर बसों को खड़ी करने के बाद ड्रायवर चौराहे पर एकत्रित हो गये। लोग यहां इंदौर जाने के लिये बस की तलाश में पहुंचे, उन्हें ड्रायवरों ने हड़ताल की जानकारी दी तो उक्त लोग बस के अलावा वैकल्पिक वाहन की तलाश में लग गये। इसका फायदा उठाते हुए कुछ ऑटो व ई रिक्शा चालक बस स्टैंड से कुछ दूर अपने वाहन खड़े कर यात्रियों को इंदौर ले जाने को तैयार हो गये।

उन्होंने प्रत्येक यात्री 200 रुपये लिये और एक ऑटो में 5-6 लोगों को बैठाकर इंदौर जाने लगे। यह नजारा देख बस ड्रायवर आक्रोशित हो गए और उन्होंने ऑटो व ई-रिक्शा के ड्रायवरों को पहले समझाइश दी और नहीं मानने पर वाहन से उतारकर दो ऑटो के कांच फोड़ दिये। बस ड्रायवरों का कहना था कि जिस प्रकार हम कानून का विरोध कर रहे हैं उसी प्रकार तुम भी ड्रायवर हो और तुम्हें हड़ताल में शामिल होना चाहिये।

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इधर देवासगेट बस स्टैंड पर आक्रोशित ड्रायवरों द्वारा अंतर प्रांतीय बसों को रोका गया, हालांकि अधिकांश बसें इंदौर की तरफ जाने वाली थीं और उनके ड्रायवरों ने इंदौर में सवारी उतारकर बस वहीं खड़ी करने का आश्वासन दिया तो उन्हें आगे जाने दिया जबकि प्रायवेट कार, तूफान सहित अन्य वाहनों को हड़ताल करने वाले ड्रायवरों ने रोका और समझाइश दी कि यदि वाहन टैक्सी के रूप में चला रहे हो तो खड़ा कर दो। देवासगेट बस स्टेण्ड से बडऩगर, नागदा, घट्टिया, महिदपुर, शाजापुर की ओर यात्रा करने वाले लोग बड़ी संख्या में यहां से वैकल्पिक वाहन की तलाश करते नजर आये लेकिन ड्रायवरों ने बस स्टैंड से लेकर इंदौरगेट और चामुण्डा माता चौराहे तक किसी भी दूसरे वाहन चालक को सवारी नहीं बैठाने दी।

देवदर्शन को आये यात्री महिलाओं बच्चों, वृद्धों के साथ हुए परेशान

ट्रेन और बस से उज्जैन तक देवदर्शन के लिये परिवार के साथ आये यात्री बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन से मंदिर और होटल की तरफ जाने के लिये ऑटो, मैजिक, ई-रिक्शा जैसे वाहन नहीं मिलने के कारण परेशान हुए। उनके साथ महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी थे। स्टेशन से महाकाल मंदिर व आसपास एक से डेढ़ किमी उन्हें पैदल ही चलना पड़ा। कोई सिर पर पेटी रखकर चल रहा था तो किसी ने कंधों पर 3-4 बैग टांगे थे। कई लोग बच्चों को कंधों पर बैठाकर मंदिर की तरफ जाते नजर आये।

ड्रायवर बोले…कानून वापस नहीं होने तक करेंगे हड़ताल

इधर देवासगेट बस स्टैंड पर हड़ताल में शामिल ड्रायवर कन्हैयालाल शर्मा, इकबाल खां, नीतिन प्रजापत, कुंदन सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जो सजा और जुर्माने का कानून बनाया है वह जब तक वापस नहीं लिया जाता हमारे द्वारा किसी भी वाहन का संचालन नहीं किया जायेगा।

बाइक वालों ने 200 रु. में छोड़ा इंदौर

इंदौर जाने के लिये सभी प्रकार के वाहन बंद होने का फायदा बाइक चालकों ने उठाया। कुछ लोग अपनी अपनी बाइक लेकर बस स्टैंड पहुंच गए और यहां से इंदौर जाने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश कर रहे लोगों से 200 रुपये लेकर उन्हें इंदौर की ओर लेकर चल पड़े। एक बाइक पर दो लोगों को बैठाकर इंदौर जा रहे युवक एक व्यक्ति से 200 रुपये लेकर एमवाय तक छोड़ रहे थे।

हमने भी सवारी उतारी, अब तू भी उतार

बस ड्रायवरों ने जब मैजिक, आटो और ई-रिक्शा का संचालन बंद कराया तो उक्त वाहनों के ड्रायवर भी हड़ताल में शामिल हो गये और उन्होंने रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से संचालित होने वाले वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। जिस वाहन चालक को हड़ताल की जानकारी नहीं थी और वह सवारी बैठाकर जा रहा था उसे दूसरे ड्रायवर समझाइश दे रहे थे कि हमने अपनी सवारी उतारकर वाहन खड़े किये हैं अब तू भी अपनी सवारी उतार।

साल के पहले दिन ही प्रदेशभर में हाहाकार मच गया। बताया जा रहा है कि साल की पहली सुबह ही बसों की हड़ताल कर दी गई जिसकी वजह से नए साल में ही यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नए साल में सभी यात्री घूमने के लिए जाना पसंद करते हैं। कई लोग तो घूमने भी निकल गए लेकिन बसों की हड़ताल की वजह से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। आपको बता दें, बस ड्राइवर्स हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में ये हड़ताल की जा रही है। हालांकि कुछ बसें चल रही थी लेकिन उन्हें भी विरोध की वजह से रोक दिया गया। कई बसों के ड्राइवर ने बसों को रोड पर खड़ा कर चक्का जाम कर दिया।

3 जनवरी तक जारी रहेगी हड़ताल

जानकारी के मुताबिक, ये हड़ताल 3 जनवरी तक जारी रहेगी। जब तक बस ड्राइवर की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहने की बात कहीं जा रही है।

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