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महाकाल मार्ग चौड़ीकरण प्रभावितों को मिलेगा मुआवजा

कार्तिक मेला में झूला चकरी, हलवाई पट्टी का विक्रय होगा ऑफ लाइन

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उज्जैन। हरिफाटक मार्ग से महाराजवाड़ा स्कूल क्रमांक 2 से यादव धर्मशाला तक सड़क चौडीकरण के 17 प्रभावितों को मिलेगा मुआवजा तथा कार्तिक मेले में झूला चकरी, हलवाई पट्टी की दुकानें पूर्व की तरह आफ लाइन ही आवंटित की जाएगी।
यह निर्णय नगर निगम परिषद के विशेष सम्मिलन में निगम अध्यक्ष कलावती यादव की अध्यक्षता में लिया गया। शुक्रवार को आयोजित विशेष सम्मेलन की कार्य सूची के कुल 15 प्रकरण थे जिनमें से 14 प्रकरणों पर पक्ष-विपक्ष ने विचार विमर्श कर निर्णय लिए।

कार्तिक मेला में लगने वाली दुकानें एवं झूले आदि के लिये भूमि ब्लाक आवंटन की शर्तें व दर आदि की स्वीकृति के संबंध में निर्णय लिया गया कि झूले चकरी, हलवाई पट्टी व ”ब” क्षेत्र में कम्बल खिलौनों की दुकान ”स” क्षेत्र में लगने वाली वुलन व गरम कपड़े की दुकानों की भूमि का आवंटन पूर्व की तरह आफ लाइन ही किया जाएगा। शेष अन्य ब्लाकों की दुकानों का आवंटन ऑनलाइन होगा।

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प्रारंभ में नवागत निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह का परिचय कराया गया। हरिफाटक मार्ग से महाराजवाड़ा स्कूल क्रमांक 2 से यादव धर्मशाला तक सड़क चौड़ीकरण कार्य अंतर्गत प्रभावित 17 हितग्राहियों को मुआवजा/एफएआर राशि रुपये 2,26,18,000 दिए जाने के प्रकरण पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।

इन स्थानों के प्रभावितों को भी मुआवजा दें

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प्रकरण में नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने सहमति जताते हुए इसी प्रकार महाकाल सवारी मार्ग, कार्तिक चौक के प्रभावितों को मुआवजा देने की बात कही। पार्षद माया त्रिवेदी ने कार्तिक चौक सहित अन्य मार्ग चौड़ीकरण के प्रभावितों को भी मुआवजा देने की बात कही। एमआईसी सदस्य शिवेन्द्र तिवारी ने मप्र शासन के नियमों का हवाला देकर निर्णय लेने की बात कही।

डॉ. योगेश्वरी राठौर ने चामुंडा माता से प्रेम छाया मार्ग चौड़ीकरण के प्रभावितों का मुद्दा उठाया। महापौर मुकेश टटवाल ने कहा हम जनहित के लिये काम करते हंै किसी का हित प्रभावित न हो इस बात का ध्यान रखा जाए। प्रभावित हितग्राहियों को मुआवजा श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा दिया जाना है।

हार्वेस्टिंग सिस्टम की राशि बढ़़ाने पर आपत्ति….

नेता प्रतिपक्ष राय ने रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिये राशि शुल्क 7 हजार से बढ़ाकर 16 हजार करने पर आपत्ति ली एवं सिस्टम लागू नहीं होने पर प्रशासनिक अमले को आड़े हाथ लिया। शिवेन्द्र तिवारी ने प्रशासनिक अमले को जबावदेह ठहराया। पार्षद सत्यनारायण चौहान ने यह शुल्क वापसी योग्य है लोग भविष्य की चिंता रखते हुए रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाएं इसलिये बढ़ाया गया है।

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