वसीयत लिखते समय इन गलतियों से बचना जरुरी

By AV NEWS

वसीयत एक लिखित निर्देश है जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी संपत्तियों और पैसे का सही वारिस तय होता है। वसीयत पर पुरे परिवार का ध्यान होता है।  यही तय करती है कि आप परिवार में सबसे ज्यादा एहमियत किसे देते हैं और सबसे ज्यादा भरोसा किस पर करते हैं। इसलिए इसका सही और सरल होना सबसे ज्यादा जरुरी है। आइये आज जानते हैं इसे लिखते समय कौन सी गलतियों से बचना चाहिए।

वसीयत का न होना 

यह सबसे बड़ी गलती है। ऐसा करने से आपके परिवार का भविष्य खतरे में आ सकता है और आपकी इच्छा के विरुद्ध किसी और को आपकी संपत्ति मिल सकती है।

वसीयत सही से तैयार नहीं करना

कई लोग वसीयत बनाते समय कुछ गलतियां कर देते हैं। आपको जरूरी निजी डिटेल्स जैसेस नाम, पता, स्थान और तारीख के साथ-साथ लाभार्थी का पूरा नाम, संबंध और संपत्ति का सही-सही विवरण लिखना चाहिए।

जानकारी विस्तार से न देना

अपनी चल और अचल संपत्तियों की जानकारी विस्तार से दें। इसके अलावा अन्य जानकारी जैसे अपने हर बैंक खाते, लॉकर नंबर्स और प्रॉपर्टी की डिटेल्स विस्तार में लिखें। इससे किसी तरह का कन्फ्यूजन पैदा नहीं होगा।

वसीयत को अपडेट नहीं करना

वसीयत बनाने के बाद अगर आपकी संपत्ति या वारिस की स्थिति में कोई बदलाव होता है तो वसीयत को अपडेट करना ना भूलें।

सही एग्जिक्युटर नियुक्त नहीं करना

एग्जिक्युटर वह व्यक्ति होता है, जो यह देखता है कि वसीयत में आपकी ओर से दर्ज बातों को आपकी इच्छानुसार अमली जामा पहनाया जा रहा है या नहीं। कई लोग अपनी हम उम्र के व्यक्ति या बच्चे को एग्जिक्युटर बनाते हैं जो ठीक नहीं है। इसकी जगह आपको किसी युवा को एग्जिक्युटर बनाना चाहिए।

नाबालिग के नाम संपत्ति करना

अगर किसी नाबालिग के नाम वसीयत तैयार करना चाहते हैं तो उसका गार्जियन भी जरूर नियुक्त करें। अगर गार्जियन नियुक्त रहता है तो वह नाबालिग के बालिग होने तक उसके केयरटेकर की भूमिका निभाता है।

​​जिंदा रहते हुए संपत्ति गिफ्ट्स करना

कई लोग यह सोचकर जिंदा रहते हुए संपत्ति का बंटवारा कर देते हैं कि मरने के बाद विवाद न हो। इसका एक नुकसान यह होता है कि बच्चे माता-पिता का ठीक से ध्यान नहीं रखते हैं। वसीयत बनाने से पावर आपके हाथ में होती है।

अपंगता या जानलेवा बीमारी की योजना बनाना

आप किसी तरह की अपंगता का शिकार हो जाते हैं या जानलेवा बीमारी हो जाती है तो उस स्थिति में आपके स्वास्थ्य से संबंधित फैसला कौन लेगा, आप उसके बारे में भी वसीयत बना सकते हैं।

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