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विक्रम’ विवि एक संगठन के दो गुटों में ‘वर्चस्व’ की लड़ाई

नैक से बी++ ग्रैड प्राप्त विक्रम विश्वविद्यालय में ‘कुल’ के अंर्तकलह के बीच एक नाया संकट पनप रहा है। कर्मचारियों,अधिकारियों-शिक्षकों की खींचतान तो जारी है,कोई भी एक-दूसरे को कमजोर साबित करने का अवसर हाथ से जाने नहीं दें रहा है।

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विवि प्रशासन के सामने अब ‘मुश्किल’ छात्रों को लेकर खड़ी हो गई है। दरअसल विवि परिसर में ‘वर्चस्व’ के लिए एक छात्र संगठन के दो गुट आमने-सामने हो रहे है। परिसर में अपना ‘वजूद’ कायम करने के चक्कर में लगातार विवाद हो रहे है।

संघर्ष मेंं शामिल छात्रों के एक ही संगठन के होने की वजह से विवि प्रशासन ‘धर्मसंकट’ में है कि किस पर कार्रवाई की जाए और किस पर नहीं..? यह अलग बात है कि दोनों ही गुट प्रभावशाली है और हर विवाद के बाद एक-दूसरे को दोषी बताकर कार्रवाई के लिए विवि प्रशासन पर हर स्तर से ‘दबाव’ बनाते है। बताते है कि ‘छात्रों के वर्चस्व’की इस लडाई में लगातार मारपीट,छात्रावासों में बवाल,हंगामे और पत्थरबाजी की घटनाएं हो रही है।

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दोनों ही गुट विवि प्रशासन को इसकी जानकारी देते है,पर प्रशासन के सामने समस्या है कि वह एक पक्षीय कार्रवाई करने के पक्ष में नहीं है। चिंता की बात यह भी है कि ‘वर्चस्व’ की लडाई किसी बड़े ‘विवाद-बवाल’ का कारण नहीं बन जाए। इस पर कोई चिंतन नहीं कर रहा है।

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