नवरात्रि के दिनों में कुछ लोग लिक्विड लेकर व्रत रखते हैं तो कुछ लोग केवल फल खाकर ही व्रत रखते हैं। वहीं कुछ लोग एक समय नमक खाकर व्रत रखते हैं। व्रत के दिनों में यह ज़रूरी नहीं होता है कि आप क्या खाती हैं और क्या नहीं। बस ज़रूरी यह होता है कि आप कितने-कितने अंतराल में कुछ खाती हैं। अगर आप भी नवरात्रि में व्रत रखती हैं आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
व्रत सेहत के अनुसार
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर इंसान की अपनी-अपनी शारीरिक क्षमता होती है। किसको क्या खाना चाहिए और कितने अंतराल में खाना चाहिए , यह उसकी व्यक्तिगत क्षमता पर निर्भर करता है। वैसे भी किसकी बॉडी को क्या सूट करता है यह कहना थोड़ा मुश्किल होता है इसलिए अपनी बॉडी के अनुसार व्रत का चुनाव करें। कारण, कुछ बहुत आराम से केवल लिक्विड के सहारे व्रत रख लेते हैं तो कुछ लोग एक समय खाकर भी व्रत नहीं रख पाते है।
कितने अंतराल में खाएं
दरअसल कुछ लोगों की बॉडी टाइप ऐसी होती है कि उन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल में कुछ चाहिए होता है। ऐसे में व्रत के दौरान भी आप थोड़े-थोड़े अंतराल में कुछ न कुछ खाकर अपने शरीर का ख़्याल रखें। इसके लिए सबसे पहले अपनी बॉडी को समझें। यह भी ध्यान रखें कि आप कितनी देर तक भूखे रहने के बाद भी ठीक महसूस करती है, आपका पाचन सिस्टम कैसा है, एसिड का लेवल क्या है आदि। व्रत करते हुए अपने शरीर का तुलनात्मक अध्ययन कर सकती हैं।
चक्कर आने लगे
अगर अचानक से चक्कर आने लगते हैं तो हो सकता है कि आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो। कहने का मतलब यह है कि अगर थोड़े-थोड़े अंतराल पर आपके शरीर में कुछ खाने की चीज़ नहीं जाती है तो आपको कमजोरी सी महसूस होने लगती है। ऐसे में हर तीन-चार घंटे में गुनगुना दूध, छांछ, दही या फल आदि लें साथ ही लंबे समय तक भूखे रहने से अवश्य बचें।
आलू कम खाएं
अगर आप अपने खाने में आलू का ज़्यादा इस्तेमाल करती हैं तो आलू खाने की जगह मौसम सब्ज़ियाँ खाएं। आलू के मुक़ाबले पालक, मूली, टमाटर, कद्दू, लौकी ज़्यादा खाएं। अगर आलू खाना चाहती हैं तो इसे तलने या उबालने के बजाय भूनकर दही के साथ खाएं।
लिक्विड ज़्यादा लें
व्रत में सॉलिड आहार लेने या केले आदि लेने की बजाय हर तीन-चार घंटे में दूध, छाछ, लस्सी पिएं। इससे बॉडी में डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी और चक्कर भी नहीं आएँगे साथ ही आपको भूख भी नहीं लगेगी। अगर जूस पीना पसंद है तो पैक्ड जूस पीने के बजाय ताज़ा फलों का जूस पिएं।