हाथ पैरों में झुनझुनी आना कोई बड़ी बात नहीं है, अक्सर जब हम एक ही अवस्था में ज्यादा देर तक बैठे रह जाते हैं तब हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होती है। जिन लोगों को यह समस्या ज्यादा होती है उन्हें लगता है कि यह किसी बीमारी का संकेत है । कुछ देर एक ही अवस्था में बैठे रहने के बाद हम यह महसूस करते हैं कि हमारे हाथ, पैर सुन्न हो गए हैं और इन्हें हिलाने-डुलाने में तकलीफ महसूस हो रही है। अगर आपके साथ यह समस्या बार-बार हो रही है तो यह स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है इस स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
हाथ पैरों में झनझनाहट के कारण
- डायबिटीज़ –नर्व डैमेज होने की वजह से होने वाली गंभीर झुनझुनी के पीछे डायबिटीज सबसे बड़ा कारण होता है। डायबिटिक में झुनझुनी और अन्य लक्षण पहले दोनों पैरों में नजर आते हैं। इसके बाद इसका असर हाथों में दिखाई देना शुरू होता है। डायबिटीज के दो तिहाई पेशेंट्स में नर्व डैमेज के कम या ज्यादा लक्षण दिखाई देते हैं।
- विटामिन की कमी –आजकल की लाइफस्टाइल का सबसे ज्यादा हमारी फिटनेस पर पड़ा है। ज्यादातर लोग शरीर में विटामिन की कमी से जूझ रहे हैं। हेल्दी नर्व्स के लिए शरीर में विटामिन ई, बी1, बी6, बी12 का होना जरूरी हातो है। शरीर में विटामिन की कमी होने पर भी झुनझुनी महसूस होती है।
- इंजुरी – हाथ-पैरों में झुनझुनी आने की वजह किसी तरह की चोट लगना भी हो सकती है। कई बार इंजुरी की वजह से नसें दब जाती हैं या फिर क्रश और डैमेज हो जाती हैं, इसके चलते भी झुनझुनी और दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
- शराब – ज्यादा शराब पीना भी हाथ-पैरों में झुनझुनी की वजह बन सकता है। शराब पीने और खराब खान-पान के चलते शरीर में थियामिन या अन्य जरूरी विटामिंस की कमी हो सकती है, जिससे झुनझुनी की परेशानी की समस्या हो सकती है।
- सिस्टेमिक डिजीज़ – सिस्टेमिक डिजीज जैसे किडनी डिसऑर्डर, लिवर डिजीज, वस्कुलर डैमेज और ब्लड डिजीज, क्रोनिक इन्फ्लेमेशन जैसी बीमारियों में के चलते भी हाथ और पैरों में झुनझुनी आ सकती है।
- नसों में दबाव- हाथ पैर में झुनझुनी आना नसों में दबाव की वजह से भी हो सकता है, कई बार गलत तरीके से उठने-बैठने की वजह से कमर और गर्दन की नस दब जाती है जिसकी वजह से पैरों में झनझनाहट होती है, साथ ही गर्दन वह शरीर सुन्न पड़ने लग जाता है। इसके अलावा जब रीढ़ की हड्डी खराब होने लगती है तो उसके आसपास की नसों पर दबाव बनने लगता है जिसकी वजह से व्यक्ति में सर्वाइकल शुरू हो जाता है और सर्वाइकल की वजह से ही पूरे शरीर में झुनझुनी महसूस होती है।
- एक ही अवस्था में बैठना- कभी-कभार हाथ पैरों में झुनझुनी आना आम हो सकता है। हाथ पैरों में झुनझुनी की ज्यादातर शिकायत एक ही अवस्था में बैठे रहने की वजह से आती है। जब हम कहीं सुविधाजनक तरीके से नहीं बैठते हैं और उसी अवस्था में ज्यादा देर तक बैठना पड़ जाए तो इससे हाथ, पैरों में झनझनाहट पैदा होने लगती है यह भी पैरों में झनझनाहट होने का कारण है।
हाथ और पैरों में झनझनाहट का उपचार और उपाय
मसाज करें
यदि आपको यह समस्या परेशान कर रही है, तो सबसे पहले अपने मसल्स को रिलैक्स रखने और ब्लड फ्लो इंप्रूव करने के लिए पैर एवं हाथों की मालिश करें।
योग और मेडिटेशन का अभ्यास करें
यदि यह समस्या बार-बार आपकी परेशानी का कारण बन रहा है, तो ऐसे में योगा और मेडिटेशन आपकी मदद कर सकते हैं। यह अभ्यास ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करते हैं और नर्व को हेल्दी रहने में मदद करते हैं। जिस वजह से दर्द और झनझनाहट होने जैसी समस्याएं नहीं होती।
पर्याप्त नींद लें
हर रात एक उचित नींद लेने की कोशिश करें। आपका हेल्दी स्लीप झनझनाहट और दर्द होने जैसे समस्याओं से निजात पाने में मदद करता है।
हल्दी वाला दूध पिएं
हाथों की झनझनाहट को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध आपके लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। इस दूध में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हाथों की झनझनाहट को कम कर सकते हैं।
गुनगुने पानी का सेवन करें
अगर आपके हाथ-पैरों में झनझनाहट की समस्या है तो गुनगुना पानी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। गुनगुने के सेवन से आपके हाथ-पैरों की झनझनाहट को दूर किया जा सकता है।
गर्म सेंक
हाथों-पैरों में होने वाली झनझनाहट को दूर करने के घरेलू उपाय के तौर पर गर्म सेंक उपयोगी हो सकती है। कभी-कभी शरीर के अंग में सही तरीके से ब्लड फ्लो न होने के कारण भी झुनझुनी की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्म वॉर्म कंप्रेस प्रभावित हाथ और पैर में रक्त संचार को बढ़ाने का एक कारगर उपाय हो सकता है।