शिप्रा किनारे रामघाट पर अब महाकाल सवारी पूजन स्थल बनेगा!
स्मार्ट सिटी को प्रोजेक्ट दिया, अफसरों की सुस्ती से काम अटका
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:भगवान महाकाल की सवारी के पूजन के लिए रामघाट पर विशेष पूजन स्थल बनाने पर मंथन शुरू हो गया है ताकि घाट पर पूजन व्यवस्था ऐसी हो, जिससे दर्शन भी आसानी से हो सके। नगर निगम द्वारा स्मार्टसिटी को द्वार बनाने का प्रोजेक्ट दिया जा चुका है, लेकिन अफसरों की सुस्ती से यह भी तैयार नहीं हो सका है।
सोमवार को शाही सवारी के दौरान रामघाट पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर चिंतन का दौर शुरू हो गया है। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया रामघाट पर सुंदर द्वार बनाने के लिए स्मार्ट सिटी को प्रोजेक्ट दे चुके हैं। पूजन स्थल को भी विकसित करने पर विचार कर रहे हैं। इसकी ऊंचाई बढ़ाकर आसपास बैठने की व्यवस्था की जा सकती है। इससे पूजन के दौरान श्रद्धालुओं को दर्शन भी अच्छे से हो सकते हैं।
रामघाट पर भीड़ नियंत्रण के लिए भी वे प्रशासन को सुझाव देंगे। सोमवार को घाट पर पूजन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा था। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों पर नाराजी भी जताई थी।
पूर्व विधायक राजेंद्र भारती ने बताया केंद्रीय मंत्री सिंधिया की उपस्थिति में के घाट पर पालकी आगमन के समय व्यवस्था बिगड़ी थी। इसके लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था ठीक की जाना चाहिए। अभी सिंहस्थ वाले ऊंचे बैरिकेड लगाए जाते हैं। इससे कई परेशानियां आती हैं। इनकी जगह फोल्डिंग बैरिकेड्स लगाए जा सकते हैं। साथ ही पूजन के समय सीमित और अनुमति प्राप्त लोगों का ही प्रवेश होना चाहिए।
सिंधिया नाव से आए और नाव से वापस पहुंचे…
रामघाट पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया के लिए खास व्यवस्था की गई थी। उन्हें और पुत्र को दत्त अखाड़ा से नाव द्वारा रामघाट लाया गया। पूजन के बाद भी नाव से ही वापस दत्त अखाड़ा की ओर से ले जाया गया। घाट पर सवारी के आगमन के समय धक्का-मुक्की मची।
1 रात में 7 किमी सवारी मार्ग की सफाई, सुबह साफ दिखी सड़क…
शाही सवारी निकलने के तुरंत बाद पूरे सवारी मार्ग की साफ सफाई का काम रात से ही शुरू कर दिया था। मंगलवार सुबह साफ रोड दिखाई दी। देश में स्वच्छता के फीडबैक में नंबर वन के पायदान पर आने से उत्साहित नगर निगम अमले ने शाही सवारी के 7 किलोमीटर लंबे मार्ग को साफ कर दिखाया। शाही सवारी के दौरान बाबा महाकाल की पालकी पर खूब फूल बरसाए थे। निगम आयुक्त रोशन कुमारसिंह के निर्देश पर सफाई मित्रों ने रात्रि में ही विशेष सफाई अभियान चलाया।
महापौर को शॉर्टकट भारी पड़ा, घोड़े ने लात मारी…
रामघाट पर अत्यधिक भीड़ के कारण महापौर टटवाल शॉर्टकट होकर राणोजी की छतरी के पास बगीचे से होकर आ रहे थे। उसी समय रास्ते में खड़े घोड़े ने लात मार दी, जिससे उनको चोट लग गई। महापौर टटवाल ने बताया बाबा महाकाल ने उन्हें बचा लिया और ज्यादा लगी नहीं।
उन्होंने बताया वे हर सवारी में मुख्य रोड से होकर ही आते हैं, लेकिन सोमवार को भीड़ अधिक और रास्ता जाम देख राणोजी की छतरी से शॉर्टकट आ रहा था। इस दौरान यह घटना हो गई। उन्हें तुरंत भरतपुरी स्थित हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उपचार किया। इस चोट के बाद भी वे मंगलवार को निगम परिषद सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे।