अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर मरना समझूंगा
भोपाल :मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘मामा का रिश्ता प्यार का है, भैया का रिश्ता विश्वास का है, दोनों टूटने नहीं दूंगा।’
दरअसल, 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के परिणामों में बीजेपी को प्रचंड जीत मिलने पर प्रदेश के दिग्गजों ने मुख्यमंत्री पद की हसरत को लेकर दिल्ली में डेरा डाल लिया था.
जब इसी संदर्भ में सवाल पूछे जाने पर शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली न जाने की बात कही थी. इसी को लेकर पूछे गए सवाल पर आज फिर शिवराज बोले, ”एक बात मैं विनम्रता के साथ कहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से पहले मैं मरना बेहतर समझूंगा, इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा.”
#WATCH …एक बात मैं विनम्रता के साथ कहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से पहले मैं मरना बेहतर समझूंगा। इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा…: मध्य प्रदेश के निवर्तमान मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान pic.twitter.com/S7NAOoigMA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2023
उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व का मैं आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने मुझे समय- समय पर मार्गदर्शन किया। जनता का भी आभारी हूं, उन्होंने मुझे अपने बीच का ही माना। प्रशासनिक मित्रों को भी धन्यवाद, उनकी मदद से ही लाड़ली बहना जैसे योजना बनी।
शिवराज ने कहा कि समाज के हर वर्ग का आभारी हूं। मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों को भी धन्यवाद। सीएम हाउस से लेकर मीडिया ने प्रदेश के विकास में सहयोग किया और इसके लिए मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं।शिवराज ने कहा कि एक बात विनम्रतापूर्वक कहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा इसलिए मैंने कहा था कि दिल्ली नहीं जाऊंगा।शिवराज बोले कि एक साधारण कार्यकर्ता को भाजपा ने साढ़े अठारह साल मुख्यमंत्री बनाकर रखा, इससे बड़ा काम क्या हो सकता है। अब मेरा समय पार्टी को देने का आया है, पार्टी जो काम देगी, वह करूंगा।