संस्था ‘युवा’ उज्जैन ने किया सीएमएचओ का प्राइवेट क्लिनिक में प्रैक्टिस का वीडियो वायरल…

सीएमएचओ ने कहा-दिन में 1 घंटा करता हूं पुराने मरीजों की नि:शुल्क काउंसलिंग, करूंगा मानहानि केस

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सोशल मीडिया पर संस्था द्वारा जारी वीडियो के साथ जो ऑडियो है उसमे यह कहा-

उज्जैन। संस्था ‘युवा’ उज्जैन ने 13 मई की शाम को एक वीडियो सोश्यल मीडिया में वायरल किया है। इस वीडियो में संस्था ने दावा किया है कि सीएमएचओ डॉ.महावीर खण्डेलवाल ड्यूटी समय में अपने निजी क्लिनिक पर मरीजों को देख रहे थे जबकि सीएमएचओ ने ऐसे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। सोशल मीडिया पर जारी इस वीडियो में केवल संस्था का लोगो लगाया गया है। संस्था के किसी सदस्य या पदाधिकारी के नाम का कोई उपयोग नहीं किया गया।

कोरोना के कारण समाज का हाल बदहाल हो चूका है जब सम्पूर्ण देश में चिकित्सीय आपातकाल जैसी स्थिति निर्मित है इस संवेदनशील समय में ऐसा संवेदनहीन उपाय उचित है ? नहीं बिलकुल उचित नहीं है। हम इसका विरोध करते हैं। उज्जैन में पदस्थ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल, जिनके ऊपर पूरे जिले की चिकित्सीय व्यवस्था का सञ्चालन है। जब रोज़ सैकड़ों कोविड 19 के मरीज जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं ऐसे में यह श्रीमान सरकारी ड्यूटी के समय में निजी क्लिनिक पर 500-500 रूपए फीस लेकर मरीज देख रहे हैं। आम आदमी तो यही समझ सकता है की इस समय मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ऊपर कितना भार होगा। ऐसे कठिन समय में उन्हें सांस लेने की भी फुर्सत नहीं होना चाहिए, पर सच आपके सामने है। संस्था के कार्यकर्त्ता ने जब सवाल किया तो उन्होंने धक्के मार कर बाहर कर दिया और बोलै जो बन पड़े कर लो। इनकी लापरवाही के कारन ही आज जिला चिकित्सालय की व्यवस्था बदहाल है। आप यह देख कर हैरान रह जाएंगे की खुद इन्होने 28/04/21 को एक आदेश जारी किया था कोई सरकारी चिकित्सक या सहायक ड्यूटी के समय प्राइवेट नहीं देख सकेगा अन्यथा उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

(इस संबंध में संस्था ‘युवा’ उज्जैन का कोई भी सदस्य सामने नहीं आया है। अक्षर विश्व ने इस संस्था से जुड़े कुछ युवाओं से चर्चा की लेकिन किसी ने भी अपने नाम से उक्त वीडियो को लेकर वक्तव्य नहीं दिया। इस ऑडियो और वीडियों की प्रमाणिकता की पुष्टि अक्षरविश्व नहीं करता है।)

यह मामला निकलकर आया है सामने : सूत्र बताते हैं एक युवक अपने रिश्तेदार को चरक में भर्ती करने गया। कोविड वार्ड में बेड खाली नहीं होने पर नर्स ने भर्ती से इंकार कर दिया। वहां पर विवाद हुआ। उक्त युवक ने अपने मित्रों को सारी बात बताई। पता चला कि डॉ.महावीर खण्डेलवाल उनके निजी क्लिनिक में मरीज देख रहे हैं। उस समय करीब 3 बजे थे। उक्त युवक वहां गया और डॉ.खण्डेलवाल से मिलना चाहा। बाहर रिशेप्शन पर बैठी मेडम ने कहाकि चरक का काम है तो वहीं 4 बजे मिलना। यही विवाद की जड़ बना। युवक ने अपने दोस्तों के साथ अंदर जाकर वीडियो बनाया और सोश्यल मीडिया पर जारी किया,जोकि चर्चा में है।

मैं मानहानि का दावा लगा रहा हूं-डॉ.खण्डेलवाल
इस संबंध में चर्चा करने पर डॉ.महावीर खण्डेलवाल ने दावा किया कि- मैं प्रतिदिन लंच टाईम 2 से 3 बजे के बीच अपने निजी क्लिनिक जाता हूं और अपने पुराने समय के मरीजों की काउंसलिंग करता हूं। मैं न तो कसी से फीस लेता हूं और न ही प्रायवेट प्रेक्टिस कर रहा हूं। फिजिशियन हूं और वर्षो प्रेक्टिस की, ऐसे में पुराने मरीज सम्पर्क में है। एक युवक जिसका नाम उसने दिनेश चावड़ा बताया, आया और बोला कि मैरे रिश्तेदार को चरक में भर्ती करवाओ। मैंने कहाकि आप शाम 4 बजे मैरे कार्यालय आकर मिलो। इस पर उसने वीडियो बनाना शुरू कर दिया और मुझे धमकी दी। मेरी सोश्यल मीडिया पर छबि बिगाड़ी है, इसलिए मानहानि का दावा लगाउंगा।

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