साधु की मौत, बस स्टैंड पर मिला शव

20 साल पहले पत्नी से तलाक के बाद घर से निकलकर बना था साधु
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन रामानंद आश्रम में रहने वाले साधु की अज्ञात कारणों के चलते मौत हो गई। उनका शव नानाखेड़ा बस स्टैंड पर मिला। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल भेजा जहां डॉक्टर्स ने मौत की पुष्टि की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने बताया नानाखेड़ा बस स्टैंड पर रामानंद आश्रम में रहने वाले संत रामशरण दास पिता गिरधारीदास उम्र 50 वर्ष का शव मिला था। उनके पास मिले आधार कार्ड से उनकी पहचान हुई थी। पहचान के आधार पर उनके आश्रम और उनके परिजनों को सूचना दे दी थी। सूचना मिलने पर आश्रम से संत और विदिशा से उनके भाई हनुमंत ङ्क्षसह जिला अस्पताल पहुंच गए।
भाई हनुमंत ने बताया कि 20 साल पहले उनके भाई रामशरण का विवाह हो गया था लेकिन विवाह के एक साल बाद ही पत्नी से तलाक हो गया। इसके बाद रामशरण ने घर छोड़ दिया और साधु बन गए थे। हालांकि वे हमेशा परिवार के संपर्क में रहते थे।
अभी हाल ही में 8 दिन पहले वे विदिशा आए थे और वे पूरे परिवार सहित भिंड कुलदेवी के दर्शन के लिए भी गए थे। इसके बाद वे वापस उज्जैन आ गए। आश्रम से पहुंचे संत ने बताया कि रामशरण दास पिछले 8 दिन से आश्रम नहीं आए थे साधुओं ने आपस में चर्चा कर उन्हें तलाशने की बात भी की थी लेकिन साधु-संत घूमते फिरते रहते हैं इसलिए किसी ने ध्यान नहीं दिया।
उज्जैन : बिहार के युवक की संदिग्ध मौत
उज्जैन। मूलत: बिहार का रहने वाला युवक कुछ महीने से शांति नगर में रहता था और पानी पताशी का ठेला लगाता था। शुक्रवार को उसकी संदिग्ध मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम कराया।
पुलिस ने बताया बिहार का रहने वाला विकास उम्र 23 साल कुछ महीने से शांति नगर में किराए के मकान में रहता था। पिछले दिनों उसकी तबियत खराब होने पर पड़ोसियों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।