मामला: नगर निगम के स्वीमिंग पूल में डूबने से किशोर की मौत का
दोषियों का कोई पता नहीं…
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। महानंदा नगर के स्वीमिंग पूल में एक युवक की मौत के चलते 10 माह पहले नगर निगम के स्वीमिंग पूल में डूबने से किशोर की मृत्यु का मामला फिर से चर्चा में आ गया है। घटना के बाद जांच की घोषणा कर दोषियों पर कार्रवाई बात अधिकारियों ने कहीं थी,लेकिन जांच फाइल में दफन हो कर रह गई है। घटना में किसकी लापरवाही थी, यह आज तक सामने नहीं आ सका है।
करीब 10 माह पहले नगर निगम मुख्यालय के समीप स्थित स्वीमिंग पूल में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई थी। हादसे के बाद स्वीमिंग पूल के संचालन में नगर निगम के कर्मचारियों पर लापरवाही के सवाल उठने लगे थे। मामले में तात्कालीन निगम आयुक्त ने जांच के आदेश दिए थे। आज दिनांक तक मामले में लापरवाही बरतने वालों का कुछ पता नहीं चला। उस वक्त सबसे बड़ा सवाल तो यह था कि जब स्वीमिंग पूल में किशोर डूब रहा था, उस वक्त वहां तैनात चारों लाइफ गार्ड आखिर कर क्या रहे थे?
बता दें कि 11 मई 2022 को नगर निगम के स्वीमिंग पूल में किशोर की यादव कॉलोनी निवासी तनवीर अहमद की डूबने से मौत हुइ थी। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया था कि तनवीर अहमद घटना के एक दिन पहले ही पानी में डूबते-डूबते बचा था, तो फिर उसे बगैर फिजिकल टेस्ट के फिर से पूल में आने दिया गया था। घटना ने स्वीमिंग पूल संचालन को लेकर अनेक प्रश्न खड़े कर दिए थे। हादसे के बाद नगर निगम उपायुक्त नीता जैन ने स्वीमिंग पूल परिसर खाली कराया और तैराकी के सभी बैच निरस्त कर दिए थे। हालांकि कुछ समय बाद पूल को फिर से चालू कर दिया था।
फाइल वरिष्ठ अधिकारी को सौंप दी है
मामले से संबंधित सभी तथ्य की फाइल वरिष्ठ अधिकारी को सौंप चुकी हूं। जांच का स्टेटस,निष्कर्ष और अन्य जानकारी उच्च अधिकारियों के पास है।
नीता जैन,उपायुक्त नगर निगम।
जांच इन सभी तथ्यों पर होना थी
- नियमानुसार तैरने के इच्छुक व्यक्ति को अनुमति देने से पहले फिजिकल फिटनेस का प्रमाण-पत्र देने के साथ स्वीमिंग टेस्ट के बाद ही तैरने की अनुमति दी जाती है। किशोर को स्वप्रमाणित टेस्ट सत्यापन के आधार पर प्रवेश की अनुमति किसने दी थी।
- मृतक किशोर एक दिन पहले ही बाल-बाल बचा था। तैरते समय उसे पैर में क्रैम्प (ऐठन) आ गया था। उसे किसी तरह बाहर लाया गया था। इस बात की जानकारी लाइफ गार्डों को थी या नहीं? यदि थी, तो उसे अगले दिन प्रवेश क्यों दिया गया था।
- स्वीमिंग पूल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और घटना के बाद उसके फुटेज सुरक्षित रखे गए है या नहीं?
- स्वीमिंग करने आने वालों का सुरक्षा बीमा होना चाहिए, जो नियमानुसार नहीं था।