10 दिन मोबाइल से दूर सिर्फ आध्यात्मिक दुनिया में रहेंगे

दिगंबर जैन समाज के शिविर में संस्कारित करेंगी प्रभा दीदी
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उज्जैन। दिगंबर जैन समाज के पर्वाधिराज दशलक्षण महापर्व 28 अगस्त से प्रारंभ हो रहे हैं। 10 दिन तक चलने वाले दशलक्षण महापर्व में 150 से अधिक समाजजन घर-परिवार-मोबाइल से दूर रहकर सिर्फ धर्म, आध्यात्म, योग, ज्योतिषी आधारित ज्ञान प्राप्त करेंगे। श्रावक संस्कार शिविर 28 अगस्त से 7 सितंबर तक श्री महावीर तपोभूमि पर लगाया जा रहा है। इस बार आचार्य श्री प्रज्ञासागर महाराज की गृहस्थ जीवन की बड़ी बहन प्रभा दीदी (जबलपुर) समाजजनों को संस्कारित करेंगी। धार्मिक, आध्यात्मिक प्रवचन, योग, पूजा-पाठ एवं सांस्कृतिक आयोजन होंगे।
सामान्य व अनुशासित जीवन रहेगा शिविर में: शिविर में रहने वाले समाजजन सामान्य व अनुशासित दिनचर्या में रहेंगे। पुरुष धोती-दुपट्टा व महिलाएं साड़ी पहनेंगी। मोबाइल व अन्य गेजेट पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। भोजन एक वक्त दोपहर में मिलेगा, शाम को दूध व अल्पाहार की व्यवस्था रहेगी। भोजन के वक्त मौन रहना होगा।
समाजजनों के सहयोग से होगी शिविर व्यवस्था: श्री महावीर तपूभोमि ट्रस्ट एवं परिवार के सदस्य शिविर की व्यवस्था करेंगे। शिविर संयोजक रमेश जैन, सारिका जैन हैं। संस्थापक अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, अध्यक्ष दिनेश जैन, सचिव संजय नीलू बडज़ात्या, कोषाध्यक्ष, देवेंद्र सिघंई, कार्याध्यक्ष इंदरमल जैन सहित समाजजन शिविर मेें व्यवस्था बनाने में सहयोग करेंगे।
शिविरार्थियों की दिनचर्या
प्रात: 5.30 बजे सामायिक,
6 बजे मांगलिक पाठ,
6.45 बजे अभिषेक-शांतिधारा विधि,
7.30 बजे नित्य-नैमित्तिक पूजा,
8.45 बजे दीदी के मंगल प्रवचन,
10 बजे आहारचर्या
11 बजे शिवरार्थियों का भोजन,
दोप 2.30 बजे जाप एवं विश्राम,
शाम 4.30 बजे तत्वार्थ सूत्र वाचना-पूजा-व्याख्या
शाम 5.30 बजे प्रतिक्रमण-अल्पाहार व तपस्वियों की जल सेवा
शाम 6.15 बजे गुरु भक्ति-चालीसा,
शाम 6.45 बजे रात्रि आनंद यात्रा-आरती व भक्ति,
रात 8 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम
मुनिश्री प्रणुतसागर के सानिध्य में कल से दसलक्षण महापर्व
लक्ष्मीनगर मेें स्थित श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर में चातुर्मास के लिए विराजित मुनिश्री प्रणुतसागर महाराज ससंघ के सानिध्य में दशलक्षण महापर्व 28 अगस्त से मनाया जाएगा। मंदिरजी में रोज सुबह 6.15 बजे श्री जिनेंद्र देव के अभिषेक, विशुद्धदेशना मंडप में, 6.30 बजे सामूहिक अभिषेक व शांतिधारा, 7 बजे सामूहिक पूजन, 8.50 बजे मुनिश्री के प्रवचन, 10 बजे आहारचर्या, दोपहर 3 बजे मुनिश्री द्वारा तत्वार्थसूत्र की वाचना व क्लास, शाम 6 बजे प्रतिक्रमण, शाम 7 बजे सामायिक, रात 8 बजे सामूहिक आरती व इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रम चातुर्मास समिति, श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर ट्रस्ट व सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। शहर के अन्य दिगंबर जैन मंदिरों में भी सुबह सामूहिक श्रीजी के कलश अभिषेक शांति धारा एवं विद्वानों के प्रवचन, दोपहर में तत्व चर्चा, शाम को प्रतिक्रमण श्रीजी की आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
बरसा सूत्र का वाचन दोपहर में क्षमापना
श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण पर्व आज समाप्त हो रहे हैं। खाराकुआं स्थित सिद्धचक्र केसरियानाथ महातीर्थ पर चल रहे चातुर्मास अंतर्गत मुनि गोयमचंद्र विजय जी ने बुधवार सुबह 9 बजे से वर्ष में एक बार होने वाले बारसा सूत्र का वचन किया। श्री ऋषभदेव छगनी राम जी पेढ़ी ट्रस्ट सचिव नरेंद्र जैन दलाल, मीडिया प्रभारी डॉ. राहुल कटारिया के अनुसार दोपहर में 1 बजे चैत्यपरिपाटी निकलेगी एवं शाम को सामूहिक प्रतिक्रमण में 84 लाख जीवों के प्रति क्षमाभाव प्रकट कर समाजजन एक-दूसरे से वर्षभर में हुई गलतियों के लिए मन, वचन एवं काया से क्षमा मांगेंगे। साथ ही श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण पर्व का समापन हो जाएगा।