1008 श्रोताओं के साथ देश की आध्यात्मिक पर्यटन यात्रा
12 ज्योतिर्लिंग पर मोरारी बापू की रामकथा, उज्जैन में 5 अगस्त को
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:प्रख्यात श्रीराम कथा वाचक मोरारी बापू देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर पहुंचकर भगवान शिव को रामकथा सुना रहे हैं। 1008 श्रोताओं के साथ देश की आध्यात्मिक पर्यटन यात्रा निकले, मोरारी बापू 5 अगस्त को उज्जैन आकर भगवान महाकालेश्वर को रामकथा सुनाने वाले है।
श्रावण के अधिकमास में रामकथा के प्रवक्ता मोरारी बापू की एक अनोखी रामकथा इन दिनों देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर चल रही है। आमतौर पर बापू नौ दिन रामकथा करते हैं,लेकिन द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर बापू द्वारा एक दिन की रामकथा की जा रही है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर रामकथा के लिए इन दिनों आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू का कारवां श्रद्धालुओं के साथ धर्म नगरी की ओर लगातार बढ़ रहा है।
इसमें श्रीराम कथा प्रवक्ता मोरारी बापू द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर पहुंचकर भगवान शिव को सबसे उत्तम मास यानी पुरुषोत्तम मास में श्री रामकथा सुना रहे हैं। कथा की शुरूआत केदारनाथ उत्तराखंड से हुई है। द्वादश ज्योतिर्लिंग, तीन धाम और तिरुपति बालाजी की यह यात्रा लगभग 18 दिन में पूरी होगी। इसी यात्रा के दौरान रामकथा के मोरारी बापू 5 अगस्त को उज्जैन भी पहुंचेंगे। बापू इस दिन भगवान महाकालेश्वर को श्री राम की महिमा सुनाने वाले है। कथा प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक होगी। कथा का स्थान अभी तय नहीं हुआ है।
रामकथा कब-कब कहां: 2 अगस्त त्रिम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र, 3 अगस्त घृणेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र, 4 अगस्त ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, मप्र, 5 अगस्त महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मप्र, 6 अगस्त द्वारकाधीश मंदिर द्वारका, 6 अगस्त नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात, 7 अगस्त सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात, 8 अगस्त तालगाजर्दा (बापू गांव) गुजरात।
विविधता में एकता दिखाना है यात्रा का उद्देश्य
बताया जा रहा है कि पहली बार हो रही द्वादश ज्योतिर्लिंगों की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की विविधता में एकता दिखाना और सनातन धर्म की समझ को बढ़ावा देना है। भगवान श्री राम का नाम हमारे देश के हर कोने में गूंजता रहे और सभी के लिए शांति और सद्भाव के लिए प्रयास करें। इसी उद्देश्य के साथ यह यात्रा निकाली जा रही है।