14 साल पहले भगा ले गया था किशोरी को, पुलिस ने अब अपहरण के आरोप में किया गिरफ्तार

दो बच्चों का पिता बन चुका है आरोपी, न्यायालय ने जेल भेजा

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महिदपुर थाने के जगोटी के 14 साल पहले एक किशोरी को लेकर भागने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह अब दो बच्चों का पिता बन चुका है। आरोपी को कोर्ट पेश किया गया, यहां से उसे जेल भेजने के आदेश हुए।

दरअसल उज्जैन पुलिस इन दिनों मुस्कान अभियान चला रही है। इसके तहत लापता नाबालिगों एवं अपह्रत किशोरियों- युवतियों की खोज की जा रही है। इसी में जगोटी का २011 का मामला सामने आया। इसमें सुखराम नामक युवक एक नाबालिग लडक़ी को भगा ले गया था। मुस्कान अभियान का अब तक का यह सबसे पुराना मामला था जिसे तत्कालीन थाना प्रभारियों ने नहीं सुलझाया था। किशोरी के माता-पिता थाने के चक्कर लगा कर परेशान हो गए थे और किशोरी का पता भी नहीं चल रहा था। 14 साल पुराने इस केस की फाइल खंगाली गई। एएसपी पल्लवी शुक्ला, एएसपी ग्रामीण मयूर खंडेलवाल, एसडीओपी महिदपुर सुनील वरकड़े के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी वीरेंद्रसिंह बंदेवार के नेतृत्व में स्पेशल टीम बनाई गई। इस टीम ने आरोपी को खोज निकाला।

शादी की बात चल रही थी
टीम ने जांच की तो पता चला कि जगोटी में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरीकी शादी की बात चल रही थी। मोहल्ले में रहने वाले सुखराम बागरी ने उसे अपने जाल में फंसा रखा था। 31 अक्टूबर 2011 की दोपहर दोनों फरार हो गए। परिजन ने सुखराम के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया। पुलिस ने धारा 366 क के तहत केस दर्ज कर लिया। दिन महीने साल बीत गए लेकिन दोनों का पता नहीं चला।

मुखबिर ने पिलाई और सुराग मिल गया
थाना प्रभारी बन्देवार ने बताया कि घटिया में सुखराम के रिश्तेदार रहते हैं । वह पियक्कड़ है। पुलिस ने अपने मुखबिर को उसके साथ बैठाया, दोनों पर जब नशा चढ़ा तो रिश्तेदार ने सुखराम के राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी में पीतल के कारखाने में काम करने की जानकारी दी। उसने ही बताया कि सुखराम महिदपुर के भीमाखेड़ा शिव मंदिर आने वाला है।

पुलिस ने जाल बिछाया
मुखबिर की सूचना सही निकली। सुखराम अकेला नहीं था। उसके साथ एक युवती भी थी। सुखराम को पुलिस ने दबोच लिया। उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उसने बताया कि वह किशोरी को लेकर पहले कोटा गया। वहां कुछ दिन बिताए फिर भिवाड़ी में पीतल की फैक्ट्री में काम करने लगा। दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली। अब दोनों के दस साल की पुत्री और 9 महीने का पुत्र है।

लडक़ी को सुखराम के परिजन ले गए
थाना प्रभारी ने बताया कि सुखराम के खिलाफ अपहरण, रेप का मामला दर्ज था। उसे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। वहीं लडक़ी को सुखराम के परिवार अपने साथ ले गए। इस केस को सुलझाने में एसडीओपी सुनील वरकडे, आरक्षक राजेन्द्रसिंह, रं, हेमलता बैरागी, जितेन्द्रसिहं, अभिषेक की सराहनीय भूमिका रही।

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