अन्य थानों की पुलिस यहां कर रही है ड्यूटी….
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन।महाकाल लोक थाने को गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद शहर में अब १७ थाने हो जाएंगे। इसकी स्थापना से महाकाल क्षेत्र में होने वाले अपराधों पर भी अंकुश लगेगा। महाकाल लोक थाने पर ७० पुलिसकर्मियों की कंपनी पूर्व में ही स्वीकृत हो चुकी है। यहां लगभग १०० पुलिस अधिकारी और कर्मियों का फोर्स तैनात होगा इनमें निरीक्षक स्तर के दो अधिकारी महाकाल लोक सहित यात्री सुरक्षा, रामघाट स्नान पर्व, जुलूस, सवारी आदि की जिम्मेदारी संभालेगा।
महाकाल लोक थाने की स्थापना से शहर के सभी थानों के पुलिस अधिकारी और जवानों को राहत मिलेगी। क्योंकि जब से महाकाल लोक का निर्माण हुआ है तब से सभी थाना पुलिस अधिकारी और जवानों को महाकाल लोक पर सुरक्षा के लिए विशेष ड्यूटी करना पड़ती है।
सावन सवारी के दौरान ही चिमनगंज मंडी थाने से 1 एसआई, दो एएसआई, और 6 कांस्टेबल महाकाल लोक पर ड्यूटी कर रहे हैं इसी तरह सभी थानों के पदस्थ पुलिस अधिकारी सावन मास में महाकाल क्षेत्र, महाकाल लोक और रामघाट पर विशेष रूप से तैनात किए गए हैं। महाकाल लोक थाना बनने से शहर के अन्य थानों का बल यहां नहीं लगाना पड़ेगा और पुलिस अधिकारी अपने थाने पर स्थिर होंगे तो निश्चित रूप से थाना क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर भी अंकुश लगेगा।
इसके पहले पंवासा और चिंतामण बने
शहर में महाकाल लोक थाने के पहले साल 2019 में दो थाने एक साथ बनाए गए थे। इनमें नीलगंगा और महाकाल थाने का कुछ भाग लेकर चिंतामण जवासिया और माधवनगर व चिमनगंज मंडी का कुछ भाग लेकर पंवासा थाना की स्थापना की गई थी।
महाकाल लोक थाना बनने से अब शहर में कुल 17 थाने हो जाएंगे। इनमें माधवनगर, चिमनगंज मंडी, नानाखेड़ा, नीलगंगा, महाकाल, कोतवाली, जीवाजीगंज, खाराकुआं, चिंतामण, नागझिरी, देवासगेट, भैरवगढ़, पवासा, महिला, यातायात, अजाक और अब महाकाल लोक