कई बैंकों में नहीं आरबीआई की गाइड लाइन का पालन
अक्षरविश्व प्रतिनिधि. उज्जैनबैंकों में दो हजार के नोटों को जमा करने के लिए आरबीआई ने गाइडलाइन जारी की थी। जिसके तहत शहर की बैंकों ने भी आमजन के लिए नोटों को जमा करने की व्यवस्था मंगलवार से शुरू कर दी गई है। हालांकि अभी लोग बैंकों से ज्यादा बाजार में दो हजार के नोट खपा रहे हैं। कई बैंकों में अभी आरबीआई की गाइड लाइन के अनुसार एक्सचेंज करने की सुविधाएं शुरू नहीं की हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 2000 रुपये के नोट के बैंकों एक्सचेंज हेतु 23 मई से 30 जून तक का समय दिया है। आरबीआई ने इसके लिये गाइड लाइन भी तय की है। जिसमें 2000 के नोट जमा करने के लिये बैंकों में अलग से काउंटर बनाया जाये तथा कैशियर को नियुक्त किया जाये। आरबीआई के निर्देश के तहत एक बार में 20 हजार तक नोट जमा कर सकते हैं। साथ ही दो हजार का नोट जमा करने के लिए केवायसी फार्म की जरूरत नहीं है, सिर्फ बैंक में बाऊचर भरकर नोट जमा किया जा सकता है।
बैंक में ग्राहक की मदद के लिए हेल्पडेस्क बनाने के निर्देश भी आरबीआई ने दिये हैं। हालांकि अभी शुरुआती दो दिनों में लोगों की भीड़ बैंक में कम देखी गई। शहर में कई बैंकों में आरबीआई की गाइड लाइन के अनुसार व्यवस्था नहीं की गयी हैं और 2000 का नोट जमा करने आ रहे लोगों से आधार और अन्य पहचान के प्रमाण मांगे जा रहे हैं।
बैंकों के अलावा शहर के पेट्रोल पंप पर भी दो हजार के नोट लेकर लोग पेट्रोल भराने पहुंच रहे हैं। थोक किराना बाजार में भी छोटे दुकानदार 2 हजार का नोट लेकर खरीदी करने जा रहे हैं।
आ रहे हैं वैसे ही खप भी रहे: दौलतगंज के थोक किराना व्यवसायी रमेश कुमार रोहरा ने बताया कि दो हजार के नोट पर उक्त प्रतिबंध के बाद से बाजार में छोटे दुकानदार खरीदी के लिये 2 हजार के नोट पहले के मुकाबले अधिक लेकर आ रहे हैं। इसके पहले दिनभर में एक या दो नोट आते थे। लेकिन अब यह संख्या प्रतिदिन 8 से 10 तक पहुंच गयी है। बड़े व्यापारी भी इन्हें हाथों हाथ आगे खपा रहे हैं। पेट्रोल पंप संचालकों के मुताबिक पहले बहुत कम लोग ही दो हजार का नोट लेकर आते थे, पर जबसे सरकार ने दो हजार के नोटों पर प्रतिबंध लगाया है, तब से लोग दो हजार का नोट लेकर आ रहें है, अब रोजाना आठ से दस ग्राहक दो हजार का नोट पेट्रोल के लिए लेकर आ रहें है।