उज्जैन। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए जीपीएफ गबन के मामले में पुलिस को अब चौका देने वाली जानकारियां हाथ लग रही है। गुरुवार को पुलिस टीम पूर्व जेल अधीक्षक उषा राजे को लेकर सेठी नगर स्थित एसबीआई शाखा पहुंची थी। जहां पर उषा राजे एवं गवर्नर से जुड़े अन्य आरोपियों के खाते और लाकर चेक किए।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि पूर्व जेल अधीक्षक के लॉकर से 3 किलो 818 ग्राम सोना और 3 किलो 144 ग्राम चांदी के बर्तन मिले हैं। जिनकी कीमत दो करोड़ 25 लाख रुपए है। इसके अलावा कुछ प्लाट के कागजात मिले हैं।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि जेल के पूर्व बाबू रिपुदमन सिंह ने कूट रचना करते हुए जीपीएफ के कागजात तैयार किए और पूर्व जेल अधीक्षक उषा राजे ने उन पर हस्ताक्षर करके अपनी स्वीकृति प्रदान की। इस मामले में उषा राजे रिपुदमन सिंह और जगदीश परमार की भूमिका विशेष पाई गई। अन्य आरोपियों से भी जब्ती की जा रही है।