31 को 10 लाख श्रद्धालुओं के शहर आने का अनुमान

ट्रैफिक पुलिस बना रही यातायात व्यवस्था की योजना, 2 दिन पहले लागू होगी
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन पिछले तीन दिनों तक शासकीय अवकाश के दौरान देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन दर्शन के लिये पहुंचे थे। पुलिस प्रशासन का अनुमान है कि 31 दिसंबर को श्रद्धालुओं का आंकड़ा 10 लाख तक पहुंच सकता है जिनकी सुरक्षा व्यवस्था के साथ यातायात सुगम बनाये रखना बड़ी चुनौती होगा। यातायात पुलिस द्वारा वाहनों की पार्किंग और आवागमन सुचारू बनाये रखने की योजना तैयार की जा रही है।

शनिवार से सोमवार तक अवकाश के दिनों में करीब 5 लाख से अधिक लोगों ने महाकालेश्वर सहित शहर के अन्य मंदिरों में देवदर्शन किये। स्थिति यह थी कि शहर की होटलों में लोगों के ठहरने के लिये कमरे तक खाली नहीं थे। अधिकांश लोग ट्रेन और बसों के माध्यम से शहर में पहुंच रहे हैं, जबकि कई लोग अपने निजी वाहनों से आते हैं जिनके साथ पुराने शहर में पार्किंग और वाहन के साथ आवागमन की समस्या खड़ी होती है। पुलिस प्रशासन का अनुमान है कि वर्ष के अंतिम दिन 31 दिसंबर और नए वर्ष के पहले दिन 1 जनवरी को शहर में देश भर से करीब 10 लाख लोग आ सकते हैं। इनके लिये वाहन पार्किंग के साथ ही मंदिरों में आसानी से दर्शन व्यवस्था करना होगी जिसका प्लान विभागों द्वारा बनाया जा रहा है।
दो दिन में प्लान होगा तैयार
यातायात थाना प्रभारी दिलीप परिहार ने चर्चा में बताया कि 31 दिसंबर को 10 लाख के करीब श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है। यातायात व्यवस्था सुगम बनाये रखने हेतु प्लान बनाया जा रहा है। पार्किंग और डायवर्शन पर विचार करते हुए दो दिन पहले प्लान लागू कर दिया जायेगा।
महाकाल के आसपास 8 पार्किंग
उज्जैन दर्शनों के लिये आने वाले यात्री शिप्रा नदी में स्नान के अलावा महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने प्राथमिकता से पहुंचते हैं। उनके निजी वाहनों को पार्किंग में खड़ा करवाना और यातायात सुगम बनाये रखना यातायात पुलिस के लिये बड़ी चुनौती है। फिलहाल महाकालेश्वर मंदिर के आसपास हरिफाटक ब्रिज, महाकाल लोक के सामने, हरिफाटक से भारत माता मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर, भील समाज धर्मशाला सहित कुल 8 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था है, जबकि पार्किंग फुल होने पर वाहनों को पार्क कराने हेतु वैकल्पिक स्थान भी रिक्त रखा जाना है।
डायवर्शन भी करना होगा
महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धि और रामघाट की तरफ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आवागमन के मद्देनजर इन मार्गों पर किसी भी प्रकार के वाहनों का चलना मुश्किल है। वहीं पार्किंग तक वाहनों के आने और जाने की स्थिति में क्षेत्रीय रहवासियों का आवागमन बाधित होता है। इसे दृष्टिगत रखते हुए उक्त मार्गों को वाहनों के लिये डायवर्ट करना होगा।








