चुनाव आयोग का प्रतिनधिमंडल मंगलवार से ही लखनऊ में डेरा डाले हुए है. लखनऊ पहुंचने के बाद चुनाव आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारियों, पुलिस प्रमुखों, आयुक्तों, आईजी, डीआईजी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आगामी चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए जिला और संभाग स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक करने के एक दिन बाद, चुनाव आयोग ने गुरुवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया
जानें- मुख्य बातें
कई दलों ने राजनीतिक रैलियों की संख्या को सीमित रखने की सलाह दी
राजनीतिक दलों ने सघन आबादी वाले इलाकों में पोलिंग बूथ नहीं बनाने का सुझाव दिया है
चुनाव आयोग ने कहा- सभी दल समय पर चुनाव चाहते हैं
चुनाव में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा
5 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट आएगी
राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है
5 जनवरी के बाद होगा यूपी चुनाव की तारीखों का ऐलान
मतदान केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों का पूर्ण टीकाकरण किया जाएगा
अपराधिक पृष्टभूमि के उम्मीदवारों के बारे में जनता को बताना होगा
चुनाव के दौरान शराब वितरण पर रोक लगाने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं
चुनाव आयोग को प्रभावित करने वाले किसी भी गतिविधि को संज्ञान में लिया जाएगा
रैलियों में नफरती भाषण व रैलियों में हो रही भीड़ पर भी कुछ दलों ने चिंता जताई है
पोलिंग बूथ पर पर्याप्त संख्या में महिला बूथकर्मी की भी मांग की गई है
कोरोना को ध्यान में रखते हुए मतदान का समय सुबह 8-5 बजे तक था उसे बढ़ाकर 8-6 बजे तक किया जाएगा
2017 के मतदान का प्रतिशत 61% था, जो लोकसभा चुनाव के समय में घटकर 59% हो गया था. वोटिंग % घटना चिंता का विषय है