500 साल बाद बन रहा है सूर्य ग्रहण पर अद्भुत संयोग, गर्भवती महिलाएं भूलकर भी ना करें ये काम

21 जून को सूर्यग्रहण लगने वाला है। धार्मिक दृष्टि से यह सूर्य ग्रहण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यह सूर्यग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह 10:20 से शुरू होकर 01:49 बजे तक रहेगा. इसके लिए सूतक काल 20 जून की रात 9:16 बजे से शुरू हो जाएगा. इस सूर्य ग्रहण के समय ग्रह और नक्षत्रों का ऐसा संयोग बनने जा रहा है जो पिछले 500 सालों में नहीं बना.

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21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2020) वलयाकार होगा. वलयाकार उस स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को नही ढक पाएगा. मतलब चंद्रमा, सूर्य को इस प्रकार से ढकता है, कि सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया क्षेत्र में आता है और पृथ्वी से देखने पर चन्द्रमा द्वारा सूर्य पूरी तरह ढका दिखाई नहीं देता बल्कि सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित होने के कारण कंगन या वलय के रूप में चमकता दिखाई देता है.

गर्भवती महिलाएं ना करें ये काम

– ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना, खाना पकाना, और सजना-संवरना नहीं चाहिए।

– ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए खासकर ग्रहण के दर्शन तो बिल्कुल नहीं करने चाहिए।

– ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को जरूर नहा लेना चाहिए वरना उसके शिशु को त्वचा संबधी रोग लग सकते हैं।

– ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए।

कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

यह सूर्य ग्रहण भारत, नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखाई देगा. देहरादून, सिरसा तथा टिहरी कुछ प्रसिद्ध शहर हैं जहाँ पर वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा. नई दिल्ली, चंडीगढ़, मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, बंगलौर, लखनऊ, चेन्नई, शिमला, रियाद, अबू धाबी, कराची, बैंकाक तथा काठमांडू आदि कुछ प्रसिद्ध शहर हैं जहाँ से आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा.

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