750 रु. की रसीद कटाई फिर भी अभिषेक नहीं कर पाये गुजरात के श्रद्धालु
पुजारियों पर लगाया आरोप
दूध और जल चढ़ाने नहीं दिया
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को गुजरात से आये 5 श्रद्धालु पुजारियों से नाराज दिखे। उनका कहना था कि प्रत्येक ने 750 रुपये देकर गर्भगृह में अभिषेक की रसीद कटाई थी। लेकिन पुजारियों ने उन्हें अंदर जाने दिया लेकिन शिवलिंग पर बगैर जल और दूध चढ़ाये लौटा दिया।
एक सप्ताह पहले महाकाल क्षेत्र में गुजरात से आये श्रद्धालुओं को महाराजवाड़ा भवन के सामने स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक ने दुकान के सामने कार खड़ी कर देने पर अभद्रता करते हुए अपमानित किया था। आज भी महाकाल मंदिर के पुजारियों ने गुजरात के श्रद्धालुओं को आहत किया। गुजरात से अपने पांच साथियों के साथ महाकाल दर्शन करने आये हार्दिक गोहिल ने बताया कि उन्होंने महाकाल में गर्भगृह से दर्शन और अभिषेक करने की मंशा से 750 रुपये की पांच अलग-अलग रसीदें कटवाई थीं।
यह लोग जब अपनी-अपनी रसीदें लेकर गर्भगृह की ओर गये तो बाहर ही इन्हें काफी देर पुजारियों ने रोक रखा। बाद में जब अंदर जाकर उन्होंने अभिषेक करना चाहा तो उनके हाथों से जल और दूध के अभिषेक कलश छीन लिये गये और बगैर अभिषेक रवाना कर दिया।
चर्चा में उन्होंने बताया कि पांच लोगों के 3750 रुपये खर्च करने के बाद भी रसीद के बावजूद उन्हें गर्भगृह में जल नहीं चढ़ाने दिया। यह घटना सोमवार सुबह लगभग 8 बजे की है। श्रद्धालुओं का कहना था कि मंदिर समिति के पदाधिकारियों को इस समय के सीसीटीवी फुटेज देखना चाहिए कि किस प्रकार मंदिर के पुजारी महाकाल में आने वाले श्रद्धालुओं से पैसा खर्च करने के बाद भी अभद्रता करते हैं।