20 हजार की अनुमति पूरी होते ही सर्वर हो जाएगा डाउन
उज्जैन। प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर मंदिर समिति द्वारा इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर 25 हजार लोगों को ऑनलाइन बुकिंग के बाद दर्शनों की अनुमति दिये जाने की बात कही है। सूत्र बताते हैं कि यह अनुमति 20 हजार ऑनलाइन बुकिंग के बाद सर्वर डाउन की वजह से बंद हो जायेगी।
11 मार्च को शिवरात्रि महापर्व मनाया जायेगा। शुरूआत महाकालेश्वर मंदिर में कोटेश्वर महादेव की पूजन के साथ हो चुकी है। शिवरात्रि के दिन भगवान महाकाल का सेहरा श्रृंगार होगा। 11 मार्च की सुबह 6 बजे से 12 मार्च की सुबह तक लोग 14 स्लाट में भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। मंदिर समिति द्वारा 14 स्लाट में 2-2 घंटे के मान से 25 हजार लोगों को दर्शन कराने की बात कही गई है। शिवरात्रि पर दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराना होगी। मंदिर सूत्रों ने बताया कि सामान्य लोगों द्वारा 20 हजार की ऑनलाइन बुकिंग का आंकड़ा छूते ही सर्वर डाउन हो जायेगा और इसके बाद किसी की बुकिंग संभव नहीं होगी।
7 दिन पहले करा सकते हैं बुकिंग…
मंदिर समिति द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के लिये मोबाइल एप तैयार किया गया है। इस एप की मदद से 7 दिनों तक स्लाट खाली होने पर बुकिंग करा सकते हैं। जो लोग शिवरात्रि पर महाकाल दर्शन के लिये एप की मदद से पहले बुकिंग कराएंगे वही दर्शन कर पाएंगे।
चिंतामण स्टेशन का उर्दू में लिखा नाम मिटाया
आचार्य शेखर ने रेलवे प्रशासन को दर्ज कराई थी आपत्ति
उज्जैन। रेलवे विभाग द्वारा चिंतामण रेलवे स्टेशन का नये सिरे से निर्माण किया गया है साथ ही यहां पर रेलवे स्टेशन के नाम का बोर्ड भी लगाया गया जिसमें हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू शब्दों का प्रयोग किया गया था जिसका विरोध महामंडलेश्वर आचार्य शेखर द्वारा रेलवे प्रशासन को दर्ज कराया गया। आचार्य शेखर ने बताया कि प्रदेश में किसी भी रेलवे स्टेशन पर उर्दू भाषा में बोर्ड पर स्टेशन का नाम नहीं लिखा है। उज्जैन धार्मिक, आध्यात्मिक और पौराणिक नगरी है। चिंतामण रेलवे स्टेश का नाम उर्दू में लिखे जाने का विरोध करते हुए रेलवे प्रशासन को विरोध दर्ज कराया गया था। आज रेलवे प्रशासन द्वारा बोर्ड से उर्दू में लिखा स्टेशन का नाम हटा दिया।