शांति पैलेस चौराहे पर बीती रात करीब 1 बजे दर्दनाक हादसा…
तेज रफ्तार ट्रक ने डॉक्टर को रौंदा
महामृत्युंजय द्वार की ओर से आए ट्रक ने एक्टिवा को मारी टक्कर, टै्रफिक सिग्नल तोड़ा… डॉक्टर को 50 फीट तक घसीटकर ले गया, मौके पर मौत
उज्जैन। बीती रात रात बजे शांति पैलेस चौराहे पर सामान से भरे बेकाबू ट्रक ने एक्टिवा सवार डॉक्टर को रौंद डाला। ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि ड्रायवर ने एक्टिवा में टक्कर माारने के बाद चौराहे पर लगा ट्राफिक सिग्नल भी तोड़ डाला और रांग साइड जाकर रुका।
ट्रक की चपेट में आई एक्टिवा चकनाचूर हो गई, जबकि डॉक्टर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। नीलगंगा पुलिस ने ट्रक जब्त किया और शव को पीएम के लिये जिला अस्पताल पहुंचाया। सुशील कालरा पिता ओमप्रकाश कालरा 50 वर्ष निवासी सी-21 मॉल सोमवार देर रात हरिफाटक-इंदौर रोड़ बायपास स्थित होटल में रुके दोस्त से मिलने गये थे। सुशील कालरा रात करीब 12.30 से 1 बजे के बीच अपनी एक्टिवा क्रमांक एमपी 13 ईटी 3395 से घर लौट रहे थे।
सर्विस रोड़ समाप्त होने के बाद शांतिपैलेस के सामने से चौराहा पार करते समय महामृत्युंजय द्वार की ओर से आये ट्रक क्रमांक एमपी 09 जीएफ 2457 ने एक्टिवा में जोरदार टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद भी ट्रक नहीं रुका और ट्राफिक सिग्नल तोड़ता हुआ रांग साइड बीच रोड़ पर पहुंच गया। टक्कर लगने के बाद सुशील कालरा ट्रक में फंस गये और करीब 50 फीट तक खिंचाते चले गये। सूचना पर डायल 100 मौके पर पहुंची। शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया और परिजनों को दुर्घटना की सूचना दी।
डॉक्टर कालरा क्लिनिक चलाने के साथ समाजसेवा भी करते थे….
सुशील कालरा के पुत्र सुमित कालरा इंदौर में आईटी कंपनी में काम करते हैं। सुमित ने बताया कि देर रात सूचना मिलने के बाद वह पत्नी के साथ उज्जैन पहुंचे। डॉ. कालरा जनरल फिजिशियन थे। पूर्व में सिंधी कालोनी चौराहे पर क्लिनिक चलाते थे और वर्तमान में सी-21 मॉल क्षेत्र में उनका क्लिनिक था।
स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग
हरिफाटक से महामृत्युजय द्वार की ओर जाने वाले मार्ग के अलावा नानाखेड़ा से शांति पैलेस चौराहा और मुल्लापुरा बायपास होने के कारण इस चौराहे पर 24 घंटे छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। यातायात कंट्रोल के लिये स्मार्ट सिटी योजना में यहां ट्रैफिक सिग्नल भी लगे हैं लेकिन वाहन चालक इसका पालन नहीं करते। आसपास के लोगों ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल के पहले यदि स्पीड ब्रेकर बना दिये जाए तो दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है।