मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार तेज हो गई है। ऐसे में अस्पतालों में सीमित संसाधनों को ध्यान में रखकर सरकार ने कोविड मरीजों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें होम आइसाेलेशन के नियम में बदलाव किया गया है। इसके मुताबिक घर में रहकर इलाज कराने वालों की निगरानी के लिए जिला कोविड एवं कमांड सेंटर को नई किट सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसी तरह, बड़े अस्पतालों में गंभीर मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर बेड उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि कम लक्षण वाले मरीजों का इलाज कोविड सेंटर में ही किया जाएगा।
नई गाइडलाइन में निर्देश दिए गए हैं कि अब कोरोना के गंभीर मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराए जाएंगे. जबकि कम लक्षण वाले मरीजों का इलाज केविड सेंटर में ही किया जाएगा. इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है, लेकिन 10 दिन तक उसमें कोविड के लक्षण नहीं दिखते या फिर 3 दिन तक बुखार भी नहीं आता तो उसकी होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त की जाएगी, लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे एक सप्ताह तक घर में ही रहना होगा.
नई गाइडलाइन के मुताबिक जिन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उनमें लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. भले ही उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है तो उन्हें होम आइसोलेशन में ही रखा जाएगा. हालांकि कोविड सेंटर के जरिए उनकी निगरानी भी की जाएगी. होम आइसोलेशन में मरीज को 7 तरह की गोलियां रखनी जरूरी रहेगी. हालांकि यह गोलियां प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा होम आइसोलेशन के दौरान अगर मरीज में कोरोना के लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं तो उसे तत्काल कोविड सेंटर में भर्ती कराया जाएगा. जबकि स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को 7 तरह की गोलियां रखना जरूरी है। इसके साथ ही कम लक्षण वालों को कोविड सेंटर भेजा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड ग्रस्त रोगियों के इलाज के संबंध में नवीन दिशा-निर्देश जारी
होम आईसोलेशन अवधि के दौरान आवश्यक औषधियां समस्त रोगियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध रहेंगी तथा संबंधित चिकित्सा अधिकारी द्वारा होम आईसोलेशन की अनुमति देते समय रोगी/उसके परिजन को उपलब्ध कराई जायेगी pic.twitter.com/NVIO7GvWUb
— DIRECTORATE OF HEALTH SERVICES, MP (@healthminmp) March 30, 2021
होम आइसोलेशन किट- होम आइसोलेशन किट में फीवर क्लिनिक की सूची और पता, संपर्क विवरण, डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के साथ कोरोना का इलाज करने वाले अस्पतालों की सूची के साथ सर्जिकल मास्क-20 पीस के साथ निम्न दवा भी रहेगी।
टैबलेट- अजिथ्रोमाइसिन 500- 10D x 5.5, टैबलेट- मल्टीविटामिन I BDx10 दिन। 1×10 टैब के 2 स्ट्रिप्स,
टैबलेट- सेट्रीजाइन 10 मिलीग्राम x 10 (एसओएस उपयोग के लिए)। 1×10 1 टैब का पैक,
टैबलेट- पैरासिटामोल 500 मिलीग्राम 1 बीडी x 10 (एसओएस उपयोग के लिए)। 1×10 टैब्स के 2 स्ट्रिप्स, टैबलेट- रानीटाइडाइन 150 mg 1 BD x 10 – 2 स्ट्रिप्स 1×10 टैब्स,
टैबलेट – जिंक 20 मिलीग्राम 1 0D X 10.1 1×10 टैब्स की स्ट्रिप, 15. टैबलेट विटामिन सी 1000 एमजी x 10.1 1×10 टैब्स का स्ट्रिप और एफएक्यूएस 1 सेट सामग्री रखना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
ये भी नियम
अस्पताल में भर्ती मरीज को बुखार न हो और बगैर ऑक्सीजन सपोर्ट के ऑक्सीजन सेचुरेशन 95% से अधिक हो तो, ऐसे मरीजों को मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल से जिला कोविड सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
जिला कोविड सेंटर में भले ही मरीज को शिफ्ट किया जाए, लेकिन इन मरीजों का इलाज वही डॉक्टर करेंगे।
ऐसे मरीजों को कोविड सेंटर तक पहुंचाने के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का उपयोग किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज के डीन, अस्पताल अधीक्षक भी अब कोविड वार्ड में निरीक्षण करेंगे और मौजूदा स्थिति को देखते हुए निर्णय लेंगे।