उज्जैन : ‘आराधना’ और ‘दर्शन का फल जल्द ही मिलने की उम्मीद, सिंधिया दिल्ली रवाना

By AV NEWS

बंद कमरे में आधे घंटे तक की संघ पदाधिकारियों से चर्चा

बाबा महाकाल के बेरीकेट्स से किए दर्शन

अक्षरविश्व प्रतिनिधि.उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की संभावना लंबे समय से बनी हुई थी। पिछले दो-तीन दिनों से मंत्रिमंडल को लेकर सरगर्मी ही तेज थी। इसके साथ ही उम्मीद की जा रही थी कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में सिंधिया प्रमुख पद दिया जा सकता है इस बीच मंगलवार को अचानक ही सिंधिया को शाम तक दिल्ली पहुंचने का फरमान मिला।

इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सिंधिया को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। इस उम्मीद को इसलिए भी बल मिल रहा है कि सिंधिया ने अपने उज्जैन दौरे की शुरुआत में सबसे पहले महाकाल मंदिर जाना था, लेकिन उज्जैन से इंदौर के बीच कार्यक्रम में अचानक संशोधन हुआ और सिंधिया पहले संघ कार्यालय आराधना पहुंचे है। यहां बंद कमरे में उन्होंने तकरीबन आधे घंटे तक संघ के प्रमुख पदाधिकारियों से विचार विमर्श किया।

दोपहर 3 बजे इंदौर से फ्लाइट

सिंधिया को शाम तक दिल्ली पहुंचना है और दिल्ली के लिए इंदौर से 3.00 बजे फ्लाइट है ऐसे में कार्यक्रम को संक्षिप्त कर दिया गया है संघ कार्यालय में संघ पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद सिंधिया श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की इसके बाद वे संक्षिप्त कार्यक्रम के तहत चुनिंदा भाजपा नेताओं के निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे उज्जैन के बाद सिंधिया देवास जिले में जाने वाले थे लेकिन इसे निरस्त कर दिया गया।

भाजपा नेता सिंधिया आराधना कार्यालय के बाद महाकाल मंदिर पहुंचे और उन्होंने सभा मंडप स्थित बैरिकेट्स से ही भगवान महाकाल की दर्शन किए हालांकि प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए आम श्रद्धालुओं का प्रवेश एक दिन पूर्व ही प्रतिबंधित कर दिया था। इसके बाद सिंधिया अपने संशोधित कार्यक्रम को ताबड़तोड़ पूरा करते हुए पूर्व महापौर राधेश्याम उपाध्याय, पूर्व विधायक प्रीति भार्गव स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नारायण कछवाय,पूर्व विधायक शिवा कोटवानी,भाजपा नेता श्याम बिंदल के निवास पहुंचे।

नेता और कार्यकर्ता बाहर

सिंधिया संघ कार्यालय पर जब संघ के प्रमुख पदाधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उस वक्त बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, नेताओं के साथ सिंधिया के समर्थक बाहर सड़कों पर उनका इंतजार कर रहे थे। सिंधिया को दिल्ली पहुंचने की जल्दी थी, इसलिए उन्होंने कहीं भी मेल मुलाकात और स्वागत के लिए अधिक समय नहीं लिया। महाकालेश्वर मंदिर में पुजन अर्चन के दौरान सिंधिया के साथ सांसद अनिल फिरोजिया, मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व विधायक राजेंद्र भारती, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण जटिया सहित अनेक भाजपा नेता मौजूद रहे।

काले झंडे दिखाने की योजना,पुलिस ने की विफल

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के उज्जैन आगमन की जानकारी कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को लगी तो उनके द्वारा सिंधिया को काले झंडे दिखाये जाने की योजना बनाई गई। सूत्रों ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनों के बाद बाहर निकलने के दौरान कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा सिंधिया को काले झंडे दिखाये जाने थे जिसकी जानकारी पुलिस व प्रशासन के अफसरों को लगी। करीब पूरे शहर के थानों को अलर्ट कर वरिष्ठ अधिकारियों ने कमान संभालते हुए कांग्रेस नेताओं द्वारा काले झंडे दिखाये जाने की योजना को विफल कर दिया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सिंधिया के शहर में पहुंचने से पहले ही संभावित स्थानों पर सिविल ड्रेस में पुलिस जवानों को तैनात कर दिया था।

सिंधिया का उज्जैन दौरा, पहले ‘आराधना’ फिर महाकाल मंदिर में किए ‘दर्शन

 

उज्जैन। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को अचानक दिल्ली बुलाया। इस बीच उज्जैन में उनकी यात्रा महाकाल मंदिर से पहले संघ कार्यालय से प्रारंभ हुई।

वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया 3 दिन के दौरे पर मध्य प्रदेश में है। मंदसौर, नीमच के बाद मंगलवार को उनका उज्जैन और देवास दौरा प्रस्तावित था। इसी क्रम में वे सुबह 10 बजे उज्जैन पहुंचे। इंदौर से रवाना होने के बाद उन्हें शाम तक दिल्ली पहुंचने के साथ उज्जैन के ‘आराधना’ संघ कार्यालय भी पहुंचने की सूचना दी गई। सिंधिया के पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम में सबसे पहले महाकाल मंदिर में दर्शन पूजन था। इसके बाद भाजपा के विभिन्न पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के निवास पर शोक व्यक्त करने जाना था। इसके बाद संशोधित कार्यक्रम के तहत उज्जैन पहुंचने पर सिंधिया सबसे पहले उज्जैन के मालीपुरा स्थित संघ आराधना परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने संघ के पदाधिकारियों से तकरीबन आधे घंटे तक चर्चा की इसके बाद दर्शन पूजन के लिए महाकालेश्वर मंदिर रवाना हुए।

मोदी कैबिनेट का विस्तारपीएम आवास पर आज शाम होने वाली बैठक रद्द कईं सांसदों को दिल्ली बुलाया

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल की इसी हफ्ते विस्तार कर सकते हैं। भाजपा के शीर्ष स्तर पर इसकी कवायद जारी है। कैबिनेट विस्तार में लगभग डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावना है। पहले से ही अतिरिक्त प्रभार और इससे ज्यादा मंत्रालय संभाल रहे कई मंत्रियों का बोझ भी कम किया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार में आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। हालांकि, इस बीच आज शाम यानी मंगलवार को पीएम मोदी के आवास पर शीर्ष मंत्रियों के साथ होने बैठक रद्द हो गई है।

 

 

 

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