उज्जैन:शहर के पानी की टंकियों को भरने की मशक्कत जारी…

By AV NEWS

गंभीर जलसंकट: शिप्रा नदी के गऊघाट पर फ्लोटिंग पम्प लगाकर लेना पड़ रहा पानी

गंभीर का सिर्फ एक पम्प चलाया, शहर में दो दिन छोड़कर जलप्रदाय

गऊघाट जलयंत्रालय की क्षमता के मान से नहीं मिल रहा पानी

उज्जैन।शहर में दो दिन छोड़कर जलप्रदाय किये जाने के आदेश तो जारी हो चुके हैं, लेकिन पीएचई अफसरों के पास शहर में कैसे जलप्रदाय होगा इसकी योजना अभी तक नहीं बनी है। जिसकी समझ में जो आ रहा है वह अफसर वैसे ही काम में जुट गया है। गंभीर डेम खाली होते ही पीएचई अफसरों ने शिप्रा नदी के गऊघाट पर फ्लोटिंग पम्प रातोंरात स्थापित करवाये गये और अब नदी के पानी को फिल्टर कर शहर की टंकियां भरने के प्रयास किये जा रहे हैं। अफसरों ने गंभीर डेम पर सिर्फ एक पम्प चलाकर पेयजल प्रदाय के लिये पानी लिया है।

पिछले माह से शहर में एक दिन छोड़कर जलप्रदाय करने के दौरान भी पीएचई अफसरों द्वारा शिप्रा नदी से पेयजल सप्लाय के लिये पानी लेना शुरू नहीं किया था इस कारण गंभीर डेम पर शहर में जलप्रदाय का पूरा लोड आया जिसका परिणाम यह हुआ कि अफसरों के अनुमान के मुताबिक बारिश नहीं हुई, गंभीर डेम में पानी की आवक नहीं होने और लगातार जलप्रदाय के लिये पानी लेने के कारण आज डेम लगभग पूरी तरह खाली हो चुका है। ऐसे में पीएचई अफसरों ने शिप्रा नदी में स्टोर पानी को जलप्रदाय के उपयोग में लेने का फैसला किया। पिछले सप्ताह से एक पम्प चलाकर गऊघाट जलयंत्रालय से शिप्रा का पानी फिल्टर कर टंकियां भरना शुरू की लेकिन अब तक संभाग में कहीं भी तेज बारिश नहीं होने के कारण डेम खाली होने की कगार पर पहुंचा और अफसरों को शिप्रा नदी के गऊघाट पर फ्लोटिंग पम्प लगाकर पानी लेना पड़ रहा है।

पीएचई अफसरों ने चर्चा में बताया कि गऊघाट जलयंत्रालय में पानी फिल्टर करने के लिये 3 अलग-अलग प्लांट हैं एक प्लांट की क्षमता 6 एमजीडी है इस मान से कुल 18 एमजीडी पानी प्रतिदिन फिल्टर की क्षमता है लेकिन शिप्रा नदी के तीन पम्प चालू होने और गंभीर डेम का मात्र एक पम्प चालू होने के बावजूद पूरी क्षमता के मान से पानी नहीं मिल रहा है।

अभी तीन पम्प फिट हुए और लगाना पड़ेंगे
शनिवार तक पीएचई अफसरों ने गऊघाट पर शिप्रा नदी में 3-3 एमजीडी के तीन फ्लोटिंग पम्प स्थापित कर नदी से पानी लेने का काम शुरू कर दिया था, लेकिन इन तीनों पंम्पों को एक साथ चलाने के बाद भी प्रतिदिन 1.4 एमसीएफटी पानी प्रतिदिन लिया जा सकता है, जबकि आवश्यकता इससे अधिक होने के कारण अब और पम्प लगाने की कवायद अफसरों द्वारा की जा रही है।

सुबह तक 48 में से मात्र 3 टंकियां भरीं
शहर में पेयजल सप्लाय के लिये पीएचई विभाग की छोटी बड़ी मिलाकर कुल 48 टंकियां हैं जिनमें से सुबह तक मात्र 3 टंकियां अपनी क्षमता से भर पाई हैं। बाकि टंकियों को भरने के प्रयास जारी थे। शनिवार को पूरे शहर में एक साथ जलप्रदाय हुआ था और अब दो दिन छोड़कर मंगलवार को जलप्रदाय किया जाना है। ऐसी स्थिति में रविवार सुबह तक शहर की सिर्फ तीन टंकियां भरी थीं और शेष रही टंकियों को भरने के प्रयास किये जा रहे थे।

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