लंबाई व चौड़ाई की कुल नपती के बाद 350 मकान, दुकान, होटल होंगे प्रभावित, विरोध जारी
अक्षरविश्व प्रतिनिधि.उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर के सभामंडप का नया निर्माण और परिसर विस्तार योजना के तहत मंदिर के सामने स्थित 11 मकानों से लेकर अपंग आश्रम की आखिरी दीवार तक प्रशासन द्वारा 70 मीटर लंबाई में नपती की गई है। आश्रम की आखिरी दीवार स्थित गली में निशान भी लगाये गये हैं। प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर विस्तार के अंतर्गत अब तक लंबाई व चौड़ाई के मान से कीगई नपती में कुल 350 मकान, दुकान, होटल आदि प्रभावित हो रहे हैं जिसका रहवासियों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है।
प्रशासन के अफसरों द्वारा समय समय पर की जाने वाली नपती और मंदिर परिसर विस्तार की जानकारी रहवासियों को दिये जाने के कारण लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रहवासियों का कहना है कि मंदिर के सामने स्थित 11 मकानों के मालिकों को डबल मुआवजा देने की बात कहकर अफसरों द्वारा नोटिस भी जारी किये गये हैं, जबकि अफसरों ने अलग-अलग समय में पहले मंदिर की बाउण्ड्री से नपती की और बाद में 11 मकानों से नपती कर निशान लगाये हैं इस कारण रहवासी स्वयं यह नहीं समझ पा रहे कि लंबाई व चौड़ाई में कितना विस्तार होने वाला है। विस्तारीकरण योजना से प्रभावित होने की आशंका के बीच रहवासियों ने बताया कि 11 मकानों से 70 मीटर नपती करने के बाद अफसरों ने अपंग आश्रम की आखिरी दीवार से लगी गली में निशान लगाया है।
मंदिर का मुख्य मार्ग पूर्व में 18 मीटर चौड़ा था जिसे अब 24 मीटर करने की योजना बताई गई है। यदि इस मान से मुख्य मार्ग का का चौड़ीकरण होता है तो मार्ग के दोनों ओर से 15-15 फीट का निर्माण तोड़ा जायेगा। रहवासियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा मंदिर चौराहे से लेकर शिंदे मेडिकल तक अलग निशान लगाये हैं। यहां स्थित गली से लेकर भारत माता मंदिर की ओर तक स्थित सभी मकान, दुकान, होटलों को तोडऩे की बात भी कही जा रही है। प्रशासन द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं करने और लोगों में अलग-अलग जानकारी पहुंचने के कारण भ्रम की स्थिति अब तक बनी हुई है।