किसी को काटकर भागे तो किसी के कब्जे से बदमाश को छुड़ाया, एक को तो चाकू मारकर कर दिया घायल
उज्जैन।शहर के बदमाश कितने बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं इसका उदाहरण पिछले दो माह में चार पुलिसकर्मियों पर हुए हमले और छेड़छाड़ की वारदातों से मिलता है। अवैध शराब पकडऩे गए आरक्षक को काटकर शराब तस्कर भाग निकला तो एफआरवी वाहन में ड्यूटी करने वाले आरक्षक के कब्जे से मारपीट के आरोपी को बदमाश छुड़ाकर ले गये। सबसे खास बात तो यह कि बदमाशों ने ड्यूटी से घर लौट रहे आरक्षक को घेरकर चाकू मारे व एक महिला आरक्षक के साथ हरकत की। हालांकि चार मामलों में पुलिस ने बाद में बदमाशों को पकड़ भी लिया लेकिन पुलिस पर हमले की वारदातें थमती नजर नहीं आ रही हैं। पुलिस द्वारा बदमाशों को भयभीत करने और शहर को अपराध मुक्त करने के लिये समय समय पर अभियान चलाये जाते हैं, पिछले कुछ वर्षों में पुलिस द्वारा गुंडे बदमाशों को पकड़कर जुलूस निकालने, उनके मकान जमींदोज करने की कार्यवाही भी की गई।
कुछ माह से बदमाश फिर बेलगाम हो चुके हैं: माना जा रहा था कि बदमाशों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के बाद अब शहर अपराध मुक्त होगा। फेसबुक गैंग, वाहनों के कांच फोडऩे वाली गैंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बदमाशों को पकड़कर पुलिस ने सलाखों के पीछे भी पहुंचाया लेकिन पिछले कुछ माह से बदमाश फिर बेलगाम हो चुके हैं। शहर में चोरी, लूट, चैन स्नेचिंग, मारपीट, प्राणघातक हमले की वारदातों का ग्राफ दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है तो, वहीं अब ऐसा समय भी आ गया है जब बदमाश पुलिसकर्मियों को पीटने से भी पीछे नहीं हट रहे। पिछले दो माह में पांच पुलिसकर्मियों के साथ हुई मारपीट, चाकूबाजी और छेडछाड़ की घटना के बावजूद अब तक पुलिस अफसर बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के एक्शन में नजर नहीं आ रहे हैं।
पांच थाने पांच वारदातें
1. पंवासा थाने में पदस्थ आरक्षकों को सूचना मिली कि ताजपुर रोड पर अवैध शराब लेकर तस्कर बेचने की फिराक में घूम रहे हैं। आरक्षक अपनी बाइक से उक्त स्थान पर पहुंचा। दो बदमाश मिले। उन्हें रोककर तलाशी लेने का प्रयास किया तो बदमाश ने आरक्षक के हाथ पर काटा और भाग निकले। घायल आरक्षक ने अस्पताल पहुंचकर उपचार कराया और थाने में बदमाशों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज किया।
2. चिमनगंज थाने में शराब तस्कर द्वारा बापू नगर स्थित मकान पर पत्थरबाजी की सूचना डायल 100 से मिली। थाने का आरक्षक एफआरवी वाहन से घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी हो रही थी। आरक्षक ने एक पक्ष को रोकने का प्रयास किया तो घर से निकलकर बदमाशों ने आरक्षक पर डंडे व पाइप से हमला कर दिया, एफआरवी चालक ने मौके से भागकर जान बचाई। बाद में थाने से पुलिस फोर्स पहुंचा और घायल आरक्षक को अस्पताल पहुंचाया।
3. इंदौर रोड स्थित ढाबे पर खाने के बाद रुपये नही ंदेने को लेकर संचालक से विवाद के बाद पंवासा थाना क्षेत्र के बदमाशों ने ढाबे पर विवाद के बाद तोडफ़ोड़ और मारपीट शुरू कर दी थी। संचालक द्वारा रोके जाने पर बदमाशों ने पत्थरबाजी की। सूचना मिलने पर नानाखेड़ा थाना के एफआरवी वाहन से आरक्षक यहां पहुंचा। एक युवक को पकड़कर पुलिस वाहन में बैठाया लेकिन बदमाश के साथियों ने आरक्षक की वर्दी फाड़ दी और अपने साथी को छुड़ाकर ले गये।
4. चिंतामण थाने का आरक्षक रात 9 बजे के करीब ड्यूटी खत्म होने के बाद चिंतामण बायपास ब्रिज से घर लौट रहा था तभी पुल उतरते समय यहां खड़े आधा दर्जन बदमाशों ने आरक्षक को रोका व गाली गलौज कर विवाद किया। इसी बीच एक बदमाश ने पीछे से आकर आरक्षक की कमर में चाकू मारकर उसे घायल कर दिया। आरक्षक कुछ कर पाता उससे पहले बदमाश भाग गये जिन्हें बाद में पुलिस ने पकड़कर जेल पहुंचाया।
5. महाकाल मंदिर में ड्यूटी खत्म कर पुलिस लाइन स्थित घर लौट रही जीवाजीगंज थाने की महिला आरक्षक के वाहन के पास से बाइकर्स कट मारकर निकले। महिला आरक्षक ने दो बदमाशों को पीछा कर पकड़ा और थाने चलने को कहा। बदमाशों ने महिला आरक्षक के साथ अभद्रता की। विवाद के बाद बदमाश थाने न जाते हुए स्वयं को छुड़ाकर भाग निकले। महिला आरक्षक ने तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम व संबंधित थाने को दी लेकिन पुलिस बदमाशों की पहचान तक नहीं कर पाई।
इनका कहना
पुलिस आरक्षकों पर हमले की जो घटनाएं हुई हैं उनमें सभी बदमाशों के खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई कर जेल पहुंचाया गया है। कुछ बदमाशों की तलाश जारी है। पुलिस अथवा सामान्य लोगों के साथ आपराधिक गतिविधि करने वाले बदमाशों की धरपकड़ लगातार जारी है।
अमरेन्द्र सिंह, एएसपी